भाजपा महापुरुषों को अपना बनाने की कोशिश कर रही, राष्ट्रीय प्रतीकों का राजनीतिकरण न हो: अखिलेश

Last Updated 09 May 2025 03:19:48 PM IST

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा पर महाराणा प्रताप जैसे राष्ट्रीय प्रतीकों और अन्य ऐतिहासिक हस्तियों को अपना बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।


उन्होंने कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्व सभी के हैं और उनका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।

महाराणा प्रताप की जयंती पर लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन में यादव ने सत्तारूढ़ पार्टी की अपने कथानक के अनुरूप ऐतिहासिक विरासतों को “रीब्रांड” करने की बढ़ती प्रवृत्ति की आलोचना की।

यादव ने कहा, “इस सरकार को हर चीज को अपना बनाने की आदत है। उदाहरण के लिए, कुंभ का नाम बदलकर ‘महाकुंभ’ कर दिया गया, जैसे कि यह पहली बार हो रहा हो, जबकि इतिहास बताता है कि इसकी शुरुआत सम्राट हर्षवर्धन से हुई थी - इसे वर्तमान सरकार कभी स्वीकार नहीं करती।”

उन्होंने कहा, "अब वे कहते हैं कि महाराणा प्रताप केवल उनके हैं। यह सच नहीं है। महाराणा प्रताप सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। महान व्यक्तित्वों के राजनीतिक उपयोग की ऐसी संस्कृति अस्वीकार्य है।"

लाल समाजवादी टोपी के बजाय अखिलेश ने चमकीले पीले-नारंगी रंग की साफा पगड़ी पहनी थी, जिसे कई लोगों ने महान राजपूत योद्धा के लिए पारंपरिक सम्मान का प्रतीक बताया।

महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि यह दिन हर साल समाजवादी पार्टी के सदस्यों द्वारा जमीन पर और सोशल मीडिया के माध्यम से मनाया जाता है।

उन्होंने कहा, "महाराणा प्रताप और उनके साहस, बलिदान और वीरता की विरासत से शायद ही कोई अनजान हो। महाराणा प्रताप न केवल हमारी पीढ़ी बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे।"

यादव ने सभी राजनीतिक दलों से राष्ट्रीय प्रतीकों को राजनीति से ऊपर रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा “सभी महापुरुषों की तरह महाराणा प्रताप भी हम सभी के हैं। किसी भी राजनीतिक दल को चुनावी लाभ के लिए उनकी विरासत का दोहन नहीं करना चाहिए। अगर किसी को इस दृष्टिकोण से कोई समस्या है, तो वे आगे आकर ऐसा कह सकते हैं।”

यादव ने सरकार से इस अवसर पर दो दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सपा की पूर्ववर्ती सरकार के समय एक दिन का अवकाश घोषित किया गया था। उनके अनुसार, अब वह मांग करते हैं कि दो दिन का अवकाश घोषित किया जाए – एक तैयारी के लिए और दूसरा महाराणा प्रताप जयंती के उचित उत्सव के लिए।

उन्होंने लखनऊ में गोमती रिवरफ्रंट पर महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई। यह परियोजना उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की सबसे शानदार प्रतिमा रिवरफ्रंट पर होगी। ‘‘हम न केवल सबसे सुंदर मूर्ति बनाएंगे, बल्कि उनके हाथ में तलवार भी चमकेगी जो सोने की बनी होगी।”

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन पर करणी समूह के सदस्यों द्वारा हाल ही में किए गए हमले के बारे में पूछे जाने पर, यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वह एक अस्थायी 'सेना' थी। अपने बगल में बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर इशारा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘यहां असली 'सेना' है।’’

यादव ने बहराइच में हाल ही में हुए एक कार्यक्रम पर भी टिप्पणी की, जहाँ जिला अधिकारियों ने वार्षिक मेले के लिए कथित तौर पर अनुमति देने से इनकार कर दिया। भाजपा का नाम लिए बिना उसकी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा: "ये मेले सिर्फ़ परंपरा के बारे में नहीं हैं। ये ऐसे स्थान हैं जहाँ लोग मिलते हैं और व्यापारी व्यापार करते हैं। आज सत्ता में बैठे लोग रोज़गार और उद्यमिता के खिलाफ़ हैं।"
 

भाषा
लखनऊ


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment