हमारे मुख्य अभिभावक सहाराश्री नहीं रहे, शोक में सहारा परिवार

Last Updated 15 Nov 2023 05:47:49 AM IST

सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक, प्रणेता, मुख्य अभिभावक और समूह के प्रबंध कार्यकर्ता एवं चेयरमैन माननीय ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा का मंगलवार रात 10:30 बजे मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।


सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक, प्रणेता, मुख्य अभिभावक और समूह के प्रबंध कार्यकर्ता एवं चेयरमैन माननीय ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा

दूरदर्शी एवं प्रेरणादायक नेतृत्व प्रदान करने वाले 75 वर्षीय सहाराश्री को स्वास्थ्य में गिरावट के बाद रविवार को भर्ती कराया गया था। हमारे मुख्य अभिभावक सहाराश्री मेटास्टैटिक मैलिग्नैंसी, उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित थे।

सहाराश्री जी की क्षति पूरे सहारा इंडिया परिवार को गहराई से महसूस होगी

सहारा इंडिया परिवार का प्रत्येक सदस्य अपने प्रेरणास्रोत सहाराश्री के निधन से शोकाकुल है और दिल की गहराइयों से उनको नमन करता है। सहारा इंडिया परिवार ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि सहाराश्री की क्षति पूरे सहारा इंडिया परिवार को गहराई से महसूस होगी। सहाराश्री उन सभी के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति और प्रेरणास्रोत थे जिन्हें उनके साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। सहारा इंडिया परिवार सहाराश्री की विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और हमारे संगठन को आगे बढ़ाने में उनके दृष्टिकोण का सम्मान करना जारी रखेगा।

सहाराश्री जी की व्यावसायिक सफर की शुरुआत

10 जून 1948 को बिहार के अररिया जिले में जन्मे सहाराश्री ने अपने व्यावसायिक सफर की शुरुआत 1978 में गोरखपुर से मात्र दो हजार रुपए की पूंजी और तीन सदस्यों के साथ की और सहारा इंडिया परिवार की नींव डाली, जो आज विशालतम परिवार बन गया है। उनकी दूरदर्शिता, नेतृत्व क्षमता और व्यावसायिक दृष्टि, सामूहिक भौतिकवाद के संकल्प के साथ शुरू हुए व्यावसायिक सफर ने थोड़े समय में ही विशाल रूप ले लिया। उन्होंने संस्था को हमेशा एक परिवार ही माना और उसे सवरेपरि रखा। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी सहाराश्री में देशप्रेम की भावना कूट-कूटकर भरी थी।

छात्र जीवन में एनसीसी के कैडेट रहे सहाराश्री ने अनुशासन का ताउम्र कड़ाई से पालन किया चाहे वह निजी जीवन हो या सार्वजनिक जीवन। सामाजिक दायित्व के प्रति सदैव सजग रहने वाले सहाराश्री ने हमेशा आगे बढ़कर कार्य किए। वह चाहे करगिल में शहीद हुए सैनिकों के परिवार का हो, भुज में भूकंप से मची तबाही की कठिन परिस्थिति रही हो। संवेदनाओं की प्रतिमूर्ति सहाराश्री एक उच्चकोटि के विचारक भी थे। उन्होंने जीवन क्षेत्र, कार्यक्षेत्र व सामाजिक क्षेत्र के लिए कई सिद्धांतों का अपने लेखन के जरिए प्रतिपादन किया।

सहारा इंडिया परिवार,  राजनीतिक, व्यावसायिक, खेल, सिनेमाजगत गहरे शोक में

सहारा इंडिया परिवार के मुख्य अभिभावक के निधन की सूचना मिलते ही पूरा सहारा इंडिया परिवार गहरे शोक में डूब गया। राजनीतिक, व्यावसायिक, खेल, सिनेमाजगत के दिग्गजों ने सहाराश्री के करिश्माई व्यक्तित्व एवं कृतित्व को स्मरण करते हुए अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की हैं।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने शोक संदेश में कहा है कि ‘सहाराश्री सुब्रत रॉय जी का निधन उत्तर प्रदेश और देश के लिए भावनात्मक क्षति है क्योंकि वो एक अतिसफल व्यवसायी के साथ-साथ एक ऐसे अतिसंवेदनशील विशाल हृदय वाले व्यक्ति भी थे जिन्होंने अनगिनत लोगों की सहायता की, उनका सहारा बने.. भावभीनी श्रद्धांजलि।’

सपा नेता शिवपाल यादव ने अपने संदेश में कहा कि सहाराश्री सुब्रत रॉय जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.. भावपूर्ण श्रद्धांजलि।

 

समयलाइव डेस्क
लखनऊ


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment