आपातकाल 25 जून: आपातकाल के दौरान तानाशाही का विरोध करने वालों को CM योगी ने किया नमन
इतिहास में 25 जून का दिन भारत के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है। देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल लागू था।
![]() उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो) |
तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत देश में आपातकाल की घोषणा की थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आपातकाल की बरसी पर भारत के महान लोकतंत्र को अक्षुण्ण रखने के लिए बिना डरे क्रूर तानाशाही का मुखर विरोध करने वाले लोगों को नमन किया।
वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया, जबकि ब्रजेश पाठक ने आपातकाल के विरोध में उठी हर आवाज को नमन किया।
आपातकाल की बरसी पर योगी ने ट्वीट किया, “भारत के महान लोकतंत्र को अक्षुण्ण रखने के लिए बिना डरे, बिना डिगे, बिना झुके क्रूर तानाशाही का प्रखर प्रतिकार करने वाले समस्त हुतात्माओं को नमन।”
इस ट्वीट के साथ योगी ने एक तस्वीर साझा की, जिसमें ‘25 जून 1975 : आपातकाल एक कलंक’ पंक्ति को प्रमुखता से उभारा गया है।
भारत के महान लोकतंत्र को अक्षुण्ण रखने हेतु बिना डरे, बिना डिगे, बिना झुके क्रूर तानाशाही का प्रखर प्रतिकार करने वाले समस्त हुतात्माओं को नमन! pic.twitter.com/k1UV86ndu6
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 25, 2023
वहीं, मौर्य ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा, “कांग्रेस का मतलब आपातकाल, भाजपा का मतलब अमृतकाल! कांग्रेस को तानाशाही में, भाजपा को लोकतंत्रशाही में विश्वास।”
एक अन्य ट्वीट में मौर्य ने कहा, “कांग्रेस के डीएनए में लोकतंत्र नहीं तानाशाही है! ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ देश और लोकतंत्र के लिए जूरूरी है।”
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ट्वीट किया, “भारतीय लोकतंत्र और राजनीति के सबसे काले अध्याय 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल के विरोध में उठी हर आवाज को सादर नमन।”
गौरतलब है कि 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई थी और उस समय केंद्र में इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। आपातकाल को 21 मार्च 1977 को हटा लिया गया था।
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