Umesh Murder Case: अतीक और अशरफ 7 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए
माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ अहमद (Ashraf Ahmed) को बुधवार को प्रयागराज (Prayagraj) की सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान कोर्ट ने दोनों भाईयों को 7 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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प्रयागराज में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अदालत ने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। प्रयागराज पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। यूपी पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपियों अतीक अहमद और अशरफ के खिलाफ साजिशकर्ता के तौर पर पर्याप्त सबूत मिले हैं।
इसके आधार पर पुलिस ने कोर्ट में 14 दिन की रिमांड मांगी थी।
एसटीएफ ने अतीक और अशरफ से पूछताछ की लंबी फेहरिस्त तैयार की है।
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक का पूरा परिवार फंसा हुआ है। कुछ सदस्य जेल में हैं और कुछ फरार हैं। अतीक की पत्नी, बेटा, बहन और भतीजी फरार हैं।
अतीक अहमद को बुधवार की शाम करीब छह बजे यहां की जेल में लाया गया। विलंब की वजह से उसे बुधवार को अदालत में पेश नहीं किया जा सका था। बरेली जेल से नैनी जेल लाए गए अतीक के भाई अशरफ को भी इसी मामले में अदालत में पेश किया गया।
कोर्ट में सुनवाई चल ही रही थी कि एसटीएफ ने अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम को झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया।
ये दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और इनके सिर पर पांच लाख रुपये का इनाम था।
बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की गत 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम मंगलवार को अतीक अहमद को लेकर साबरमती जेल से प्रयागराज के लिए रवाना हुई। इससे पूर्व, 26 मार्च को उसे साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था और 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में 28 मार्च को अदालत में पेश किया गया था । उसे और दो अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज आ रहा पुलिस का काफिला बुधवार को सुबह करीब पौने नौ बजे झांसी से उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रविष्ट हुआ। अहमद ने पुलिस वैन के अंदर से पत्रकारों से कहा, “हम आपके जरिए सरकार से कहना चाहते हैं कि हम बिल्कुल मिट्टी में मिल गए हैं। अब हमारी औरतों और बच्चों को परेशान ना करें।”
उल्लेखनीय है कि रीयल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण कर उस पर हमला करने का आरोप लगने के बाद उच्चतम न्यायालय ने अप्रैल, 2019 में निर्देश दिया था कि अहमद को गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली जेल में स्थानांतरित किया जाए।
पुलिस ने कहा कि अतीक अहमद पर हाल ही में उमेश पाल की हत्या के मामले सहित 100 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में भी अतीक अहमद पर प्रकरण दर्ज है।
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