पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील शांति भूषण का निधन
पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील शांति भूषण का निधन हो गया है। उन्होंने 31 जनवरी को अंतिम सांस ली। वह 97 साल के थे।
![]() पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील शांति भूषण |
उन्होंने दिल्ली स्थित अपने आवास पर अंतिम सांसें ली। उन्होंने मोरारजी देसाई मंत्रालय में 1977 से 1979 तक भारत के कानून मंत्री के रूप में कार्य किया।
शांति भूषण कांग्रेस (ओ) पार्टी और बाद में जनता पार्टी के एक सक्रिय सदस्य थे। वे 14 जुलाई 1977 से दो अप्रैल 1980 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। 1980 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
1986 में जब भारतीय जनता पार्टी ने एक चुनाव याचिका पर उनकी सलाह नहीं मानी, तो उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया। शांति भूषण और उनके बेटे प्रशांत भूषण अन्ना आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल थे।
शांति भूषण द्वारा सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन की शुरूआत की गई थी। उसके बाद सर्वोच्च न्यायालय तक कई जनहित याचिकाएं पहुंचीं।
यहां तक की 2018 में उन्होंने मास्टर ऑफ रोस्टर में ही बदलाव की मांग कर करने से जुड़ी याचिका लगाई। वह अपने साफगोई के लिए जाने जाते थे। अन्ना आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी पर लोकतांत्रिक तरीके से राजनीति नहीं करने की बात कही गई थी।
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