यूपी में रामचरित मानस के बाद शूद्र राग पर सियासत तेज

Last Updated 31 Jan 2023 06:50:50 PM IST

रामचरित मानस विवाद की अभी थम नहीं पाया था कि सपा के मुखिया अखिलेश यादव के शू्द्र राग पर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज होती जा रही है। अखिलेश यादव के शूद्र वाले बयान पर वार-पलटवार का दौर चल रहा है।


सपा के मुखिया अखिलेश यादव

सपा प्रमुख के इस बयान के बाद आज लखनऊ में समाजवादी पार्टी के बाहर एक पोस्टर लगाया गया। पोस्टर कुर्मी क्षत्रीय महासभा मुंबई महाराष्ट्र के राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय उत्तम प्रकाश सिंह पटेल की ओर से लगाया गया। पोस्टर पर लिखा है- गर्व से कहो, हम शूद्र हैं। इसमें ऊपर की ओर जय शूद्र समाज और जय संविधान भी लिखा है। इसमें डा शूद्र उत्तम प्रकाश सिंह नाम भी लिखा गया है।

होडिर्ंग में डॉ. शूद्र उत्तम प्रकाश सिंह पटेल, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रीय महासभा मुम्बई लिखा है। इससे पहले रविवार देर शाम करहल पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था कि वह सदन में मुख्यमंत्री योगी से पूछेंगे कि वे शूद्र हैं या नहीं। साथ ही उन्होंने कहा कि वो या सपा श्रीराम और श्रीरामचरित मानस के खिलाफ नहीं है। लेकिन, श्रीरामचरित मानस में जो लिखा है उसे नकारा नहीं जा सकता है।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा ने मुझे रोकने के लिए गुंडे भेजे थे। सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी। कोई धार्मिक आयोजन में भी नहीं जा सकता। भाजपा के लोग पिछड़ों को शूद्र मानते हैं। मुझे रोकने के लिए काले झंडे के साथ गुंडे भेजे हैं। ऐसा नहीं है, समय बदलेगा। हम समाजवादी पार्टी के लोग घबराने वाले नहीं हैं।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा को समाजिक माहौल खराब करने की नौटंकी से राजनीतिक फायदा कम नुकसान अधिक होगा, सपा समाप्त वादी पार्टी बनेगी। इससे पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि खुद को शूद्र बता अखिलेश यादव पिछड़ों-दलितों की सहानुभूति लेना चाहते हैं, लेकिन वह अपने मकसद में कभी सफल नहीं होंगे। भाजपा की डबल इंजन सरकार सबका साथ, विकास, विश्वास की नीति पर चलकर गरीबों का उत्थान किया है। सपा सरकारों की तरह शोषण, गुंडागर्दी, दंगाइयों को मदद व भ्रष्टाचार नहीं किया।

आईएएनएस
लखनऊ


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