यूपी को मिली बड़ी सौगात, जेवर में पीएम मोदी ने जनता को गिनाए डबल इंजन सरकार के फायदे
उत्तर प्रदेश की जनता को बड़ी सौगात देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गौतमबुद्धनगर जिले में देश के पांचवे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास किया।
![]() |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली सरकारों के कार्यकाल में दिल्ली और लखनऊ के बीच विकास परियोजनाओं को लेकर खींचतान बने रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के 7 दशक के बाद उत्तर प्रदेश को पहली बार वो सब मिलना शुरू हुआ है जिसका यह प्रदेश हकदार रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार की वजह से ही यह संभव हो पा रहा है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना और जिन्ना की बात कहते हुए एक बार फिर से अखिलेश यादव पर निशाना साधा।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों और पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए जनता को यह साफ-साफ संदेश देने की कोशिश की कि केंद्र और उत्तर प्रदेश , दोनों ही जगहों पर भाजपा सरकार होने की वजह से ही प्रदेश का तेजी से विकास संभव हो पा रहा है। कुछ महीनों बाद प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री के भाषण को मतदाताओं के लिए एक बड़ा संदेश भी माना जा सकता है।
राज्य में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ही भाजपा के सबसे लोकप्रिय स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार उत्तर प्रदेश का दौरा कर प्रदेश की जनता को सौगातें दे रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी पूर्वांचल और बुंदेलखंड जाकर हाल ही में वहां की जनता को भी सौगातें दे चुके हैं। इसी मिशन के तहत पीएम मोदी गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य के पांचवें अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इस एयरपोर्ट का लाभ दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर में रहने वाले करोड़ों लोगों को मिलेगा और इसलिए भाजपा को इससे चुनावों में फायदा मिलने की भी उम्मीद है।
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने जिस अंदाज में इस एयरपोर्ट के फायदे बताए, प्रदेश के अन्य इलाकों में चल रहे विकास कार्यों का जिक्र किया और विरोधी दलों पर तीखा हमला बोला, उससे भी यह साफ-साफ नजर आया कि भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है।
पीएम मोदी ने पहले की सरकारों पर उत्तर प्रदेश को अभाव और अंधकार में बनाए रखने के साथ- साथ झूठे सपने दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब यूपी गरीबी, जात-पात, घोटाले, अपराधी-माफिया-नेता गठजोड़ से बाहर निकल कर निवेश का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश यानि उत्तम सुविधा , निरंतर निवेश की बात कहते हुए उन्होंने दावा किया कि पहले की सरकारें केवल राजनीतिक लाभ के लिए सिर्फ घोषणाएं किया करती थीं और बाद में बहानेबाजी करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने इसका ध्यान रखा कि प्रोजेक्ट लटके भटके और अटके, नहीं क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्च र हमारे लिए राष्ट्रनीति का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री मोदी से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने ही अंदाज में विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जिन्ना के अनुयायियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ने की मिठास को कड़वाहट में बदल दिया था।
योगी ने कहा कि यहां की जनता दंगे करवाने वालों को सबक सिखाने के लिए तैयार है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को सीधा संकेत देते हुए यूपी सीएम ने दावा किया प्रधानमंत्री मोदी इस इलाके को विकास की उंचाईयों पर पहुंचा रहे हैं। परियोजनाओं की लंबी लिस्ट को गिनाते हुए योगी ने दावा किया कि भाजपा सरकार इस इलाके के साथ-साथ पूरे प्रदेश के विकास के मिशन में लगी हुई है।
नोएडा का यह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा और इसी के साथ भारत में उत्तर प्रदेश पांच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला पहला और अकेला राज्य बन गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में यह दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। इससे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दबाव को कम करने में भी मदद मिलेगी। दरअसल, इस इलाके में पिछले 30-35 वर्षों से इस तरह के एक अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की मांग की जा रही थी।
अगले 3 साल में यानि 2024 तक इस एयरपोर्ट से उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी और इसके प्रथम चरण के पूरा हो जाने के बाद 1.2 करोड़ यात्री सालाना यहां से उड़ान भर सकेंगे। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ और एनसीआर के इलाके के आस-पास के जिलों में रहने वाले करोड़ो लोगों को फायदा होगा और साथ ही इस इलाके में व्यावसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के प्रथम चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जा रहा है हालांकि इस एयरपोर्ट के निर्माण में 34 से 35 हजार करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना है। यह 1300 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैला है। पहले चरण का निर्माण हो जाने के बाद हवाई अड्डे की क्षमता वार्षिक रूप से 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की हो जायेगी। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा इसका निर्माण किया जा रहा है। पहले चरण का मैदानी काम, यानी भू-अधिग्रहण और प्रभावित परिवारों का पुनर्वास पूरा किया जा चुका है। इसकी वजह से 1 लाख से अधिक लोगों को नौकरी एवं रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। साथ ही इस इलाके के विकास की वजह से 5 लाख लोगों को स्वरोजगार के अवसर मिलने की भी संभावना है।
| Tweet![]() |