रामलीला केवल मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि यह सीख भी देती है : रजा मुराद
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में अयोध्या में आयोजित की गई रामलीला में अहिरावण की भूमिका निभाने वाले बॉलीवुड अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि रामलीला केवल मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि यह सीख भी देती है।
![]() बॉलीवुड अभिनेता रजा मुराद |
सरयू तट के किनारे 17 अक्टूबर से चल रही रामलीला जो 25 अक्टूबर दशहरा को रावण वध के साथ समाप्त होने के बाद रामलीला में अहिरावण की भूमिका निभाने वाले बॉलीवुड कलाकार रजा मुराद ने कहा कि रामलीला केवल मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि यह एक सीख भी देती है, रावण राजा था, बलशाली था और बहुत बड़ा ज्ञानी भी, लेकिन उससे गलती यह हुई कि उसने एक विवाहित सी पर हाथ डाला और यही उसके पतन का कारण बना। इसलिये यह सीख है कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की जीत होती है।
रामलीला में भगवान राम का रोल निभा रहे सोनू नागर ने कहा कि पहली बार रामलीला की है और वह भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में। भगवान राम का रोल निभाने में बहुत ही आनंद आया। उन्होंने कहा कि बड़े सौभाज्ञ की बात है कि प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली में रामलीला में ही भगवान राम का किरदार निभाने का मौका मिला।
अयोध्या में इस बार शानदार रामलीला का आयोजन किया गया। इस रामलीला में बॉलीवुड के कलाकारो साथ-साथ भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता ने भी अभिनय किया। इस वजह से इस साल अयोध्या में सम्पन्न हुई रामलीला देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गयी। लोग सोशल मीडिया के माध्यम से घर बैठे ही रामलीला देख रहे हैं। केन्द्र सरकार ने दूरदर्शन पर भी इसका सीधा प्रसारण किया था। अयोध्या के रामलीला के आयोजकों का कहना है कि विभिन्न माध्यमों पर इसके प्रसारण को देखने वालों की संख्या करीब दस करोड़ के पार पहुंच गयी है।
नौ दिवसीय रामलीला का प्रसारण यहां सरयू नदी के किनारे स्थित लक्ष्मण किला मंदिर से किया जा रहा था, इसलिए फिल्मी सितारे से अभिनेता बने लोग अभिनय कर रहे थे। रामलीला का प्रसारण उर्दू समेत चौदह भाषाओं में किया गया था।
रामलीला के निदेशक सुभाष मलिक का कहना है कि दूरदर्शन व यूट्यूब सहित अन्य मंचों पर दिखायी जा रही रामलीला ने एक और कीर्तिमान रच दिया है क्योंकि इसके दर्शकों की संख्या दस करोड़ पार कर गयी है। रामलीला के लिये भव्य मंच बनाया गया है। इस मंच को आकषर्क ढंग से सजाने का काम मुम्बई से इवेंट मैनेजर हरिभाई ने किया था।
17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलने वाले रामलीला में जूनियर आर्टिस्टों के साथ भगवान राम की भूमिका निभाने वाले कलाकार सोनू नागर व सीता की भूमिका निभाने में कविता जोशी, सांसद व लोकगायक मनोज तिवारी अंगद के रोल में, भोजपुरी स्टार व सांसद रविकिशन भरत की भूमिका में फिल्म स्टार ¨बदु दारा सिंह हनुमान, फिल्म स्टार असरानी नारद मुनि, फिल्म स्टार रजा मुराद अहिरावण, फिल्म स्टार शहबाज खान रावण के रूप में नजर आये थे।
श्री मलिक ने बताया कि रामलीला में फिल्म स्टार अवतार गिल, सुबाहु व जनक, फिल्म स्टार राजेश पुरी सुतीक्ष्ण, विशाल राज अभिनेी रीतू शिवपुरी कैकेयी, रेखा राजेश बेदी विभीषण, उनकी बेटी सुलोचना के किरदारों में नजर आयी थीं। फिल्म स्टार सुरेन्द्र पाल सिंह भी विभिन्न किरदारों में नजर आये थे। कोरोना 19 की वजह से शासन ने सभी जनता से कहा था कि लोग अपने-अपने घरों में रामलीला देखें और मां दुर्गा की पूजा व आरती करें जिससे इस महामारी को जड़ से मिटाया जा सके।
अयोध्या में पहली बार इस तरह की रामलीला सम्पन्न हुई है। कल देर शाम ग्रीन पटाखे से विशेष रूप से तैयार रावण का दहन कर दिया गया। करीब 55 फुट ऊंचे रावण के पुतले को कम प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए खासतौर पर दिल्ली से तैयार करवाकर मंगवाया गया था। अयोध्या की रामलीला कैम्पस में रावण का पुतला लगाया गया था और रामलीला में जैसे ही रावण का वध हुआ उसी समय रावण दहन कर दिया गया।
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