अयोध्या : 'भूमि पूजन' पर हरे रंग की रत्नजड़ित पोशाक पहनेंगे भगवान राम

Last Updated 28 Jul 2020 11:37:34 AM IST

बरसों के इंतजार के बाद 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होने जा रहा है। इस खास अवसर पर राम लला के लिए नवरत्न जड़ित पोशाक भी बनवाई जा रही है जिसे रमदल प्रमुख पंडित कल्किराम अर्पित करेंगे।


मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में पांच अगस्त को 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों के लिए पूरी अयोध्या को सजाया और संवारा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे।

भूमि पूजन के लिए तैयारियां जोरों से की जा रही हैं। श्री राम की नगरी अयोध्या को सजाया संवारा जा रहा है। ऐसे में रामलला के लिए पोशाक भी बनवाई जा रही है।

मखमली वस्त्रों में लगे होंगे नवरत्न

इस खास दिन पर भगवान राम, उनके भाई-लक्ष्मण, भरत एवं शत्रुघ्न पांच अगस्त को राम मंदिर के 'भूमिपूजन' के अवसर पर रत्नजड़ित पोशाक पहनेंगे। रामदल सेवा ट्रस्ट के अधय्क्ष पंडित कल्की राम ने भगवान की मूर्तियों पर ये पोशाक पहनाएंगे।

इन पोशाकों पर नौ तरह के रत्न लगाए गए हैं।

भगवान के लिए वस्त्र सिलने का काम करने वाले भगवत प्रसाद ने कहा कि भगवान राम हरे रंग की पोशाक पहनेंगे। भूमिपूजन बुधवार को होना है और इस दिन का रंग हरा होता है।

पांच अगस्त को राम मंदिर पूजन में दीपोत्सव की अलौकिक छटा देखने को मिलेगी।

भूमि पूजन से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के दौरे से पूर्व शनिवार को अयोध्या का दौरा किया। प्रस्तावित राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों की जायजा लेते हुए उन्होंने संतों के साथ बैठक की।

उन्होंने कहा कि पांच सौ वर्षों के संघर्ष के बाद यह शुभ घड़ी आयी है‚ इसे दीवाली की तरह मनाया जाय। सभी घरों व मंदिरों में दिये जलाए जाएं। यानी की दीपावली के पूर्व ही अयोध्या में दीवाली मनायी जाएगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला पांच अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे इसलिए पूरी अयोध्या में उत्सव जैसा माहौल होगा।

इसके लिए पर्यटक विभाग व नगर निगम पूरी तरह जुट गया है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की निगाह अयोध्या पर होगी और लोग इसे लाइव प्रसारण के जरिए देख सकेंगे। एक दिन पहले से ही मंदिरों और घरों में दीप जलाया जाएगा।

अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैयादास ने कहा कि तीन अगस्त से ही अयोध्या में यह दीवाली मनायी जाएगी। भूमि पूजन होंगे। मंदिरों में 108 हनुमान चालिसा का पाठ होगा। मणिरामदास छावनी के महंत कमल नयन दास ने भी कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सारे कार्यक्रम सम्पन्न कराए जाएंगे।

200 फिट अंदर एक टाइम कैप्सूल

रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की तिथि पांच अगस्त तय की गयी है। राममंदिर बनाने में बहुत सारी ऐसी चीजों का प्रयोग होगा‚ जिससे मंदिर के इतिहास विकास को पता करने में सहजता हो। इसलिए इस बार अब जो मंदिर निर्माण होगा उसमें एक टाइम कैप्सूल बनाकर 200 फिट नीचे डाला जाएगा। इससे भविष्य में राम मंदिर के संघर्ष के इतिहास के बारे में पता करने में आसानी हो सकेगी।

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए 200 फिट अंदर एक टाइम कैप्सूल डाला जाएगा‚ जिससे भविष्य में मंदिर के इतिहास और संस्कृतिका पता किया जा सके। चौपाल ने कहा‚ “भविष्य की जानकारी आवश्यक है। इसलिए यह डाला जाएगा। आज खुदाई से जो अवशेष प्रदान हुए हैं वे बड़ा साक्ष्य हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए भविष्य के इतिहास की कई चीजें इसमें डाली जाएंगी। इसे विद्वान लोग तय करेंगे। इससे मंदिर के इतिहास का अध्ययन बड़ी आसानी से हो जाएगा। जिससे आने वाले समय में कोई विवाद न उत्पन्न हो। इतिहास सिद्ध करने के लिए बहुत लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी है।”
 

एजेन्सिया
अयोध्या


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