यूपी के मुख्य सचिव ने सांसदों-विधायकों का सम्मान करने को अफसरों को लिखा पत्र, जब वो आएं तो उठिए, फोन करें तो उठाइए
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव राजीव कुमार की ओर से 18 अक्टूबर 2017 को एक पत्र जारी हुआ है.
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव राजीव कुमार |
इसमें कहा गया है कि किसी भी कार्यालय में या सार्वजनिक स्थल पर यदि कोई विधायक, सांसद आते हैं, तो सभी अफसरों कर्मचारियों को उनके सम्मान में खड़े होना होगा. फोन रिसीव कर उन्हें सम्मानपूर्वक जवाब देना होगा.
आईजी, डीएम और एसपी अक्सर सांसदों विधायकों के साथ सलीके से पेश नहीं आते, उन्हें सम्मान नहीं देते. इसकी शिकायत मुख्यमंत्रक्ष योगी आदित्यनाथ के पास पहंची थी. उन्होंने इस संबंध में मुख्य सचिव से इस पर बात की. इसके बाद राजीव कुमार ने सभी अधिकारियों को सम्मान करने और उनके कायरे को प्राथमिकता पर करने के निर्देश जारी करते हुए उक्त पत्र जारी किया.
अफसर चीफ गेस्ट नहीं बनेगा
- पत्र में विशेष तौर पर ये भी कहा गया है कि ‘कोई भी अधिकारी किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नहीं बनेगा. सभी सार्वजनिक स्थानों पर जन प्रतिनिधियों का सम्मान करें.
- किसी भी योजना के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मे शामिल न हों. यदि विधायकों और सांसदों के किसी काम को करने में सर्मथ न हों, तो उन्हें विनम्रता पूर्वक अवगत कराएं, टालें नहीं.
- किसी प्रकार की बहस उनसे न करें, उनके आनें पर उन्हें जलपान हेतु व्यवस्था कराई जाए, उनके जाते वक्त उनके सम्मान में गेट तक विदा कराने जाएं.
- ऐसा नहीं करने पर प्रोटोकॉल का उल्लंघन यूपी कर्मचारी नियमावली 1956 के अंर्तगत उन्हें दोषी पाए जानें पर उचित कार्यवाई भी होगी.
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