जुझारू छवि के प्रतीक पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद सांवर लाल जाट का निधन

Last Updated 09 Aug 2017 09:42:28 AM IST

राजस्थान के अजमेर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद सांवर लाल जाट का आज दिल्ली में निधन हो गया.


फाइल फोटो

वह 62 वर्ष के थे. 22 जुलाई को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जयपुर में एक बैठक के दौरान वह बेहोश होकर गिर पड़े थे और बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें बाद में 28 जुलाई को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया था जहां आज सुबह करीब 06:15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

जाट नरेंद्र मोदी सरकार में जल संसाधन राज्य मंत्री रहे. वह वर्तमान में राजस्थान के राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष थे. सांवर लाल का जन्म 1955 में राजस्थान के अजमेर जिले के गोपालपुरा नामक गांव में हुआ था.

जाट के निधन की सूचना मिलते ही समूचे प्रदेश में शोक की लहर छा गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री जाट का पार्थिव देह को अजमेर लाया जा रहा है जहां उनकी  पार्थिव देह को आम जनता के दर्शनार्थ रखा जायेगा.

जुझारू छवि के प्रतीक थे सावंरलाल जाट
राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष और सांसद सावंर लाल जाट जुझारू छवि के नेता थे और सदैव सर्वहारा वर्ग के हितों के लिये संर्घषरत रहे.

जाट का जन्म एक जनवरी 1955 को अजमेर जिले के गोपालपुरा गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था. वह अजमेर लोकसभा संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद थे. राजस्थान की 14 वीं विधानसभा में नसीराबाद विधानसभा क्षेा से निर्वाचित हुये थे और बाद में उन्होंने मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री के पद की शपथ ली थी.
          
उन्होंने वाणिज्य में स्नातकोतर करने के बाद राजस्थान विश्वविधालय में शिक्षक का कार्य किया. वह नौंवी दसवी ग्यारहवीं और 12 विधानसभा में विधानसभा के अजमेर जिले की भिनाई विधानसभा क्षेा से विधायक रहे और 14 वीं विधानसभा में वह नसीराबाद से चुने गये. वह  1993, 2003, और 2013 में राजस्थान सरकार में मंत्री रहे.
         
प्रो जाट विजयनगर के प्राज्ञ महाविद्यालय से बी कॉम किया और 1975 से 77 के बीच अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविधालय में एम काम की डिग्री ली और इसके बाद वह 1977: 78 में इसी कालेज में एबीएसटी संकाय में लेक्चर रहे.  इसके बाद वह सांभरलेक में तथा 1983 में राजस्थान विश्वविद्यालय में कार्य किया.
   
राजस्थान की सक्रिय राजनीति में आने के बाद प्रांरभ में जाट ने लोकदल और जनता दल से जुडे.  प्रांरभ में वह प्रदेश युवा जनता के महामंत्री बने और वर्ष 1990 के चुनाव में वह पहली बार विधायक बने.1990 में जनता दल का विभाजन होने के बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.
          
प्रो जाट ने भैरोसिंह शेखावत मंत्रिमंडल में 11 दिसम्बर 1993 में पहली बार मंत्री बने और 2008 में फिर विधायक चुने जाने के बाद राजे के पहले शासन में भी मंत्री बनाये गये.  उसके बाद केन्द्र में मोदी सरकार बनने पर उन्हें केंद्रीय जल संसाधन राजय मंत्री बनाया गया और केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद उन्हें पद से हटाया गया जिन्हें राजे सरकार ने पुन राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया.

एजेंसी


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