बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ख्वाजा दरगाह की जियारत की
भारत के चार दिवसीय दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को विशेव प्रसिद्ध महान सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी दी.
फाइल फोटो |
इसके साथ शेख हसीना ने आस्ताना शरीफ में मखमली चादर चढ़ाई और अकीदत के फूल पेश किए.
शेख हसीना के साथ बांग्लादेश के पांच मंत्रियों का दल भी आया है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ख्वाजा साहब की बारगाह में भारत-बांग्लादेश के मजबूत रिश्तों और देश दुनिया में अमन-ओ-आमान, खुशहाली एवं मोहब्बत की दुआ भी मांगी.
शेख हसीना रविवार को दिल्ली से विशेष विमान द्वारा जयपुर पहुंची और वहां से वायुसेना के हेलीकाप्टर से स्थानीय घूघरा हेलीपैड पहुंची तो राजस्थानी परंपरा से उनका स्वागत किया गया.
हैलीपैड पर संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा तथा आईजी मालिनी अग्रवाल ने उनकी अगवानी की. इसके बाद शेख हसीना का काफिला सड़क मार्ग से सीधे दरगाह जाने से पहले
अजमेर सर्किट हाउस पहुंचा और पंद्रह मिनट के विश्राम एवं वजू जैसी क्रिया के बाद दरगाह की ओर रवाना हो गया.
काले रंग की लक्जरी कार पर भारत-बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज मजबूत दोस्ती का पैगाम लिए फहराते हुए दिखाई दिए. करीब चार किलोमीटर के इस सफर की सड़क को पूरी तरह खाली करा लिया गया और चप्पे चप्पे पर सशस पुलिस बल तैनात रहा.
महावीर सर्किल से दरगाह तक सभी बाजार एवं दुकाने बंद करा दी गई. यहाँ तक की सड़क की ओर दिखते हुए मकानों को और होटलों की खिड़कियों से किसी को भी बाहर झांकने की इजाजत नहीं दी गई.
दरगाह के चौतरफा छतों पर पुलिस बल तैनात रहा और शक्तिशाली दूरबीनों से निगाहें बनाए रखा गया. दरगाह पहुंचने पर निजाम गेट के बाहर दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन, जिला कलेक्टर गौरव गोयल, पुलिस अधीक्षक डॉ. नितिनदीप सिंह बल्लगन, शेख हसीना के खादिम सैयद कलीमुद्दीन एवं उनके परिजनों ने उनकी अगवानी की.
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