मुंबई को गुरूवार सुबह बारिश से राहत मिली और शहर के कुछ हिस्सों में लगभग एक सप्ताह बाद धूप निकली। महानगर में बुधवार से बारिश में काफी कमी आई और रात में बारिश नहीं हुई।

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की मुंबई इकाई ने बुधवार को शहर में मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया था।
एक अधिकारी ने बताया कि कुछ यात्रियों ने मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे की उपनगरीय सेवाओं में देरी की शिकायत की। बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) की बसें सामान्य रूप से परिचालित हो रही हैं।
बारिश की तीव्रता बुधवार के बाद से कम होने लगी और जनजीवन पटरी पर लौट आया। इससे एक दिन पहले, भारी बारिश के कारण देश की आर्थिक राजधानी में सड़कों और रेल पटरियों पर जलभराव हो गया था तथा उड़ानों एवं ट्रेन सेवाओं पर असर देखने को मिला था।
मध्य रेलवे की हार्बर लाइन (सीएसएमटी-पनवेल मार्ग) पर लोकल ट्रेन सेवा 15 घंटों के व्यवधान के बाद बुधवार तड़के तीन बजे बहाल हो गई, जिससे यात्रियों को राहत मिली और स्कूल-कॉलेज फिर से खुल गए।
मंगलवार शाम मूसलाधार बारिश के कारण मुंबई में क्षमता से अधिक यात्रियों वाली दो मोनोरेल ट्रेनें स्टेशनों के बीच फंस गईं, जिसके बाद 782 यात्रियों को बचाया गया।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई की सांताक्रूज वेधशाला ने बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे, पिछले 24 घंटे की अवधि में 200 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की।
राज्य की राजधानी मुंबई और उसके महानगरीय क्षेत्र सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हुई बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। बाढ़ के कारण सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा और फसलों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पानी से भरी खदान में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि ठाणे जिले से सटे कल्याण इलाके में भारी बारिश के बाद एक जलमग्न पुल को बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पालघर जिले में भी निचले इलाकों में जलभराव हो गया और कई जगहों पर आवागमन प्रभावित हुआ।
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