ओवैसी ने कहा- भारत को पहलगाम हमले पर माकूल जवाब देना चाहिए
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घटना को बर्बरतापूर्ण और कायराना करार देते हुए मंगलवार को कहा कि भारत को इस हमले का माकूल जवाब देना चाहिए।
![]() एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो) |
लोकसभा सदस्य ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कुलगाम के एक व्यक्ति की मौत के मामले में जांच की मांग की जिसे कथित तौर पर सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले के बाद पूछताछ के लिए पकड़ा था।
ओवैसी ने पहलगाम की घटना के संबंध में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक आतंकी हमला था, एक कायराना हमला। हम इसकी जितनी निंदा करें, उतनी कम है। हमने देखा है कि कैसे पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या की।’’
उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं को अलग करके और पुरुषों से उनके धर्म के बारे में पूछकर जिस तरह उनकी हत्या की गई, वह भयानक और अमानवीय था।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता ने कहा, ‘‘जो लोग कलमा नहीं पढ़ सके, उन पर गोलियां चलाई गईं। यह बर्बरता है।’’
ओवैसी ने कहा कि कश्मीर के स्थानीय निवासी इस हमले का खामियाजा भुगत रहे हैं क्योंकि पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा, ‘‘यहां से बड़ी संख्या में पर्यटक चले गए हैं। हम चाहते हैं कि हमारी सरकार इस पर माकूल जवाब दे। हमने सर्वदलीय बैठक में भी यही कहा।’’
कुलगाम के 22 वर्षीय इम्तियाज अहमद मगरे की मौत के बारे में पूछे गए सवाल पर ओवैसी ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच होनी चाहिए।
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, ‘‘जांच होनी चाहिए। मैंने मीडिया में उसके रिश्तेदारों के बयान पढ़े हैं। उसकी मौत की परिस्थितियों की जांच होनी चाहिए।’’
कुलगाम जिले के एक गांव के निवासियों को रविवार को मगरे का शव मिला था। आरोप हैं कि उसे पहलगाम की घटना के मद्देनजर सुरक्षा बलों द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया गया था।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा सदस्य आगा रूहुल्लाह मेहदी और जम्मू-कश्मीर की मंत्री सकीना इट्टू ने कहा कि मगरे की मौत को लेकर गंभीर आरोप हैं, जिसका शव जिले के अहरबल इलाके में अदबल नदी से निकाला गया था।
पुलिस ने मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है, लेकिन मगरे का शव बरामद होने के कुछ घंटों बाद सामने आए ड्रोन फुटेज में एक युवक को अदबल नदी में कूदते और बहते हुए देखा जा सकता है।
पुलिस ने दावा किया कि मगरे, जिसने आतंकवादियों के लिए ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ के रूप में काम करने की बात कबूल की, उसने सुरक्षा बलों को जंगल में एक ठिकाने पर ले जाते समय भागने की कोशिश की।
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