PM Modi in Kerala: केरल में भगवान श्रीकृष्ण के प्रसिद्ध गुरुवायूर मंदिर में PM मोदी ने की पूजा-अर्चना, पारंपरिक परिधान में आए नजर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को केरल के त्रिशूर जिले में विख्यात 'त्रिप्रयार श्री राम स्वामी मंदिर' में पूजा-अर्चना की।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केरल के गुरुवायूर में विख्यात भगवान कृष्ण मंदिर में बुधवार को पूजा-अर्चना की और अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी की बेटी की शादी में शामिल हुए जिसमें मलयालम सिनेमा के बड़े सितारे भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री पूजा के दौरान पारंपरिक परिधान ‘मुंडू’ और ‘वेष्टि’ (सफेद शॉल) धारण किए हुए थे।
#WATCH त्रिशूर, केरल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री रामास्वामी मंदिर में पूजा की और दर्शन किए। pic.twitter.com/giN8NwnkOA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 17, 2024
मोदी ने इसके बाद अपने परिधान बदले और गोपी की बेटी की शादी में शामिल हुए।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिर में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने एक टीवी चैनल को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने वर-वधू को मालाएं दीं जो उन्होंने एक-दूसरे को पहनाईं।
अधिकारी ने बताया कि इस अवसर पर ममूटी, मोहनलाल और दिलीप समेत कई फिल्मी सितारे भी वहां मौजूद रहे और प्रधानमंत्री ने सभी से बातचीत की। उन्होंने बताया कि मोदी ने गोपी की बेटी की शादी से पहले सुबह मंदिर में शादी करने वाले एक अन्य जोड़े को आशीर्वाद दिया और मिठाई खिलाई।
प्रधानमंत्री के दौरे के कारण मंदिर में सुबह से ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मोदी सुबह करीब 7.35 बजे हेलीकॉप्टर से गुरुवायूर पहुंचे। उनका हेलीकॉप्टर श्रीकृष्ण कॉलेज मैदान पर उतरा जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सैंकड़ों समर्थक और कार्यकर्ता घंटों से उनके स्वागत में खड़े थे।
मोदी के स्वागत के लिए हेलीपैड पर मौजूद लोगों ने भाजपा के झंडे लहराए। उन्होंने पार्टी के रंग की टोपियां पहनी हुई थीं।
हेलीपैड से प्रधानमंत्री मोदी श्रीवलसम अतिथि गृह गए जहां उन्होंने मंदिर में पूजा करने से पहले केरल का पारंपरिक परिधान पहना।
प्रधानमंत्री गुरुवायूर मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद सुबह करीब पौने 10 बजे हैलीकॉप्टर से वलपद पहुंचे और इसके बाद कुछ किलोमीटर दूर त्रिप्रयार मंदिर के लिए रवाना हुए।
वलपद हेलीपैड और मंदिर पहुंचने के रास्ते पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सैकड़ों समर्थक और कार्यकर्ता सुबह से ही प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए एकत्रित हुए थे।
मंदिर जाने के दौरान सड़क के दोनों ओर एकत्रित लोगों ने उनकी कार पर फूल बरसाए और भाजपा के झंडे लहराते हुए उनका नाम ले लेकर नारे लगाए। वहीं, सड़क के दोनों ओर के रास्ते को पताकाओं से सजाया गया था।
प्रधानमंत्री पूजा के दौरान पारंपरिक परिधान ‘मुंडू’ (धोती) और ‘वेष्टि’ (सफेद शॉल) धारण किए हुए थे। उन्होंने इस दौरान 'मीन ओट्टू' (मछलियों को दाना डालने) का अनुष्ठान भी किया।
उन्होंने मंदिर परिसर में ‘वेद अर्चना’ कार्यक्रम में भाग लिया और बच्चों द्वारा गाये गये भजन भी सुने।
मंदिर में एक घंटे से अधिक समय बिताने के बाद वह कोच्चि के लिए रवाना हुए जहां वह सार्वजनिक और पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
त्रिप्रयार मंदिर से निकलते समय मोदी ने अपने वाहन के पायदान पर खड़े होकर सड़कों के किनारे एकत्रित लोगों की ओर हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
त्रिप्रयार मंदिर भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम को समर्पित है, जिनकी चार भुजाओं में शंख, चक्र, धनुष और माला है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा अयोध्या में केरल के प्रसिद्ध नालम्बलम यात्रा समारोह यानी भगवान राम और उनके भाइयों भरत, लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न के निवास की तीर्थयात्रा के बारे में उनके हालिया बयानों के बाद हुई है।
भगवान राम से जुड़ी यह यात्रा दक्षिणी राज्य में मलयालम महीने 'कार्किडकम' के दौरान आयोजित की जाती है।
त्रिप्रयार मंदिर नालम्बलम यात्रा के लिए प्रसिद्ध है और मलयालम महीने 'कार्किडकम' में इन सभी मंदिरों में एक ही दिन पूजा करना शुभ माना जाता है। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
प्रधानमंत्री की केरल के श्री राम स्वामी मंदिर की यात्रा विशेष महत्व रखती है।
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