Kheda Devi Temple : सरपंच राजू फौजी ने भुलवाना में 'खेड़ा देवी मंदिर' में की मूर्ति की स्थापना
Kheda Devi Temple : शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर 15 अक्टूबर को हरियाणा में होडल के भुलवाना गांव में भारतीय नेवी से रिटायर्ड और वर्तमान में ग्राम के सरपंच राजबीर (राजू फौजी भुलवाना) ने खेरा देवी मंदिर का उद्घाटन कर मूर्ति की स्थापना की।
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बता दें कि गांव भुलवाना की महिलाओं की बहुत दिनों से मांग थी कि खेड़ा देवी मां के मन्दिर का निर्माण कराया जाए, जो कि काफी समय से बहुत ही जर-जर अवस्था में था। राजू फौजी ने सरपंच बनते ही सबसे पहले खेड़ा देवी मईया के मन्दिर का निर्माण करवाया और इसके लिए उन्हें सरकार से भी कोई मद्द नहीं मिली। इस मंदिर को उन्होंने अपनी ही नेक कमाई से बनवाया, जिसमे 12 लाख रुपए का खर्च आया। मंदिर के उद्घाटन के समय गांव के सभी लोग शामिल थे। गांव के अलावा बाहरी लोगों ने भी मंदिर स्थापना में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। इस सराहनीय कार्य के लिए गांव के लोगों ने सरपंच राजू फौजी का धन्यवाद किया और खूब सराहना की।
इससे पहले भी राजू फौजी द्वारा भुलवाना गांव में तीन दिवसीय गणेश उत्सव कार्यक्रम के समापन पर गणेश विसर्जन का आयोजन किया गया था। गणेश उत्सव समारोह पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया गया था। इसका भी सारा खर्चा स्वयं राजू फौजी ने ही किया था। इस कार्यक्रम को भी बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया था जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था।
बता दें कि हाल ही में गांव के एक सरकारी स्कूल में विज्ञान (science subject) न होने के कारण स्कूल के बच्चों व शिक्षकों की भी काफी दिनों से मांग थी कि स्कूल में विज्ञान भी पढ़ाया जाए। यह काम भी राजू फौजी ने करवाया।
इससे पहले भी प्राइमरी विद्यालय भुलवाना के दो विद्यार्थियों को सरपंच राजू फौजी ने किया सम्मानित था। शहीद शमसेर सिंह प्राइमरी विद्यालय के दो विद्यार्थियों के द्वारा जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर भुलवाना गांव के सरपंच राजू फौजी ने उनको सम्मानित किया।
हरियाणा सरकार द्वारा चलाए गए निपुण हरियाणा मिशन में ब्लॉक व खंड में प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर उनको जिला उपायुक्त पलवल द्वारा प्रश्स्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
आखिर कौन है राजू फौजी आईए जानते हैं इनके बारे में-
राजू फौजी राजनीती में आने से पहले इंडियन नेवी मे कमांडो थे। उनके पिता श्री रोशन लाल गॉव के लोगों की दिन रात सेवा करते थे जैसे लोगों की पेंशन, वोट, राशन कार्ड, बनवाना व विकलांगो को अपने साथ ले जाकर उनकी पेंशन बंधवाना इत्यादि।
पिता से प्रेरित होकर राजू फौजी ने मन में ठान लिया कि वो भी देश और समाज सेवा के लिए जमकर काम करेंगे।
उसके बाद, राजू फोजी भी नेवी से रिटायर होने के बाद लोगों की सेवा मे लग गए, जिसके कारण लोगों का प्रेम उनकी तरफ बढ़ता चला गया।
उन्होंने गॉव की महिलाओं के लिए बहुत ही सुविधा वाले कार्य किए, जहाँ गांव मे पानी की समस्या थीं, उन्होंने घर-घर टैंकर से पानी पहुंचाया।
विधवा पेंशन पर भी उनका काफी जोर था ओर बहनों के कॉलेज दाखिले के लिए भी वो साथ में जाते थे जिसके कारण वो महिलाओं के सबसे प्रिय हो गए।
राजू फौजी को गांव की जनता ने जोर दिया कि वो ग्राम के सरपंच चुनाव में खड़े हो और गांव का विकास करें। परन्तु राजू फौजी राजनीति में आने में हिचकिचाया करते थे। परन्तु गांव के लोगों का प्यार इतना मिला और उनकी राजनीति में आने की मांग को राजू फौजी ने स्वीकारा और साल 2022 में वो ग्राम सरपंच के चुनाव में खड़े हुए।
फिर क्या था, गांव के लोगों ने राजू को अपना सरपंच मानना शुरू कर दिया और उनकी सभी रैलियों मे महिलाओं ने भी जमकर समर्थन दिया।
यही नहीं गॉव के युवाओं ने भी उनका भरपूर समर्थन किया, जिसके कारण उन्होंने अपने सामने खड़े चार उम्मीदवारों को हराया और 730 वोटो से विजयी हुए।
फिर तो राजू फौजी ने मुड़कर पीछे देखा नहीं और लग गये गांव के विकास कार्यों में।
सरपंच फौजी ने सबसे पहले गांव की महिलाओं की सबसे पहली डिमांड थी खेड़ा देवी मईया के मन्दिर का निर्माण जो की बहूत ही जर - जर अवस्था में था।
राजू भाई ने सरपंच बनते ही सबसे पहले खेड़ा देवी मईया के मन्दिर का निर्माण करवाया इसके लिए उन्हें सरकार से भी कोई ग्रांट नहीं मिली ये मन्दिर उन्होंने अपनी ही नेक कमाई से बनवाया जिसमें 12 लाख रुपए का खर्च था।
उससे पहले गांव मे पहली गणेश भगवान की मूर्ति स्थापना की ओर उनका विदाई समारोह बहूत ही अच्छे से कराया।
गांव में बिजली की बड़ी समस्या थी वहाँ राजू भाई ने पूरे गांव की सारी लाइनें बदलवाई और सारे ट्रांसफार्मर नये लगवाने का काम किया।
और ज्यादा महत्वपूर्ण कार्य था वो गांव के सरकारी स्कूल में साइंस की सुविधा नहीं थी बच्चों को बहूत दूर जाना पड़ता था इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सीधा संपर्क किया ओर गॉव के सरकारी स्कूल मे साइंस की सुविधा कराई। साथ ही साथ गॉव में फ्री कोचिंग क्लास लगवाई।
महिलाओं के लिए सिलाई मशीन और ब्यूटीपार्लर कोर्स भी फ्रीम में शुरू करवाए।
गांव में जो रास्ते कच्चे थे उनको भी पक्का बनवाया। गांव मे जो अवैध कब्जे थे उनको प्रसाशन की मदद से खाली कराया।
बता दें कि राजू फौजी को चार्ज लिए एक ही साल हुआ है उनके काम निरंतर चल रहे है और गांव के सभी वर्गों को साथ में लेकर चल रहे हैं औ लोगों की उम्मीदों पर खरे उतर रहे हैं।
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