Shimla Weather: भारी बारिश से हिमाचल का हाल बेहाल, 22 लोगों की मौत; CM-नड्डा ने नुकसान की ली जानकारी
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 22 लोगों की मौत हो गई है। जबकी कई लापता है।
![]() |
हिमाचल प्रदेश में दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण राज्यव्यापी बाढ़ और भूस्खलन के कारण सोमवार को कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राजीव बिन्दल से बात कर प्रदेश में बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान की जानकारी ली है।
पुलिस ने कहा कि राज्य की राजधानी में भगवान शिव के एक मंदिर के ढह जाने से नौ लोगों की मौत हो गई।
यह मंदिर समर हिल में स्थित था। आपदा के वक्त मंदिर में 25-30 लोग मौजूद थे। श्रावण मास के कारण मंदिर में भीड़ थी।
#WATCH शिमला में भारी बारिश के बाद भूस्खलन में एक मंदिर की इमारत में क्षतिग्रस्त हुई। फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 14, 2023
(वीडियो सोर्स: पुलिस) pic.twitter.com/CfYf683Srz
एक पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया, मलबे से पांच लोगों को निकाला गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मृतकों की संख्या की पुष्टि करते हुए कहा कि अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। उन्होंने एक बयान में कहा, "स्थानीय प्रशासन लोगों को बचाने को मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है।"
#WATCH: शिमला समर हिल क्षेत्र में भूस्खलन हुआ। कुछ लोगों के मरने की आशंका, फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 14, 2023
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और राज्य मंत्री विक्रमादित्य सिंह मौके पर मौजूद हैं। pic.twitter.com/vEkwG6m7W4
एक अन्य प्राकृतिक आपदा में, सोलन जिले के कंडाघाट क्षेत्र में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद सात लोग जिंदा दफन हो गए। यह आपदा राज्य की राजधानी से करीब 45 किलोमीटर दूर धवला उप-तहसील के जादोन गांव में देर रात करीब 1.30 बजे घटी।
अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि चार शव बरामद कर लिए गए हैं और पांच को बचा लिया गया है। तीन लापता लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है।
बारिश के कहर ने बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया है और पहाड़ी राज्य में कई लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।
मंडी जिले में बारिश के कारण छह लोगों की मौत हो गई। मंडी के डिप्टी कमिश्नर अरिंदम चौधरी ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
मझवार गांव में दो घर और एक गौशाला क्षतिग्रस्त हो गए, जहां दो लोग लापता बताए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से बादल फटने और भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं, इससे जान-माल का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, "मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे फिसलन वाले क्षेत्रों से बचें और जल निकायों से दूर रहें।"
नुकसान की नड्डा ने ली जानकारी
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हिमाचल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राजीव बिन्दल से बात कर प्रदेश में बादल फटने और भूस्खलन से हुए नुकसान की जानकारी ली है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को हर तरह से पूरा सहयोग करने का भी आश्वासन दिया है।
इसके साथ ही नड्डा ने इस आपदा के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए एक्स (पहले ट्विटर) कर कहा, "हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले स्थित गांव जादोन में बादल फटने व शिमला में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, ईश्वर सभी को संबल प्रदान करें। आपदा की इस घड़ी में भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता देवभूमि के लोगों की सेवा के लिए समर्पित है। दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!"
चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग शुक्रवार से मंडी और कुल्लू के बीच यातायात के लिए बंद है, जबकि सोमवार को भूस्खलन के कारण मंडी और कुल्लू के बीच वैकल्पिक मार्ग भी अवरुद्ध हो गए।
मनाली और कुल्लू के बीच ब्यास नदी का प्रवाह काफी बढ़ गया है। कुल्लू, मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा तथा नूरपुर कस्बों में नदी से सटे क्षेत्र भी ऐसे ही हैं।
| Tweet![]() |