ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद को प्रायोजित करने का लंबा इतिहास है और यह देश मानवता के लिए खतरा बन गया है।

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ओवैसी ने कहा कि सरकार द्वारा कई देशों के दौरे पर भेजे जा रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक के सदस्य के तौर पर यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए उनके संदेश का मूल मंत्र होगा।
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा लंबे समय से निर्दोष नागरिकों की हत्या के बारे में दुनिया को बताना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का काफी दंश झेला है। हम सभी ने जिया-उल-हक के समय से लोगों का कत्लेआम देखा है।’’
हालांकि, ओवैसी ने कहा कि सरकार ने अभी तक उन्हें कूटनीतिक मुहिम के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है।
लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि भारत के साथ टकराव में पाकिस्तान द्वारा खुद को इस्लामी देश के रूप में पेश करने पर उसे आड़े हाथों लेना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बकवास है। भारत में करीब 20 करोड़ मुसलमान रहते हैं। यह भी बताना जरूरी है।’’
ओवैसी ने कहा कि भारत को अस्थिर करना, सांप्रदायिक विभाजन को उकसाना और देश के आर्थिक उत्थान को रोकना पाकिस्तान की अलिखित विचारधारा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह हमेशा से पाकिस्तानी ‘डीप स्टेट’ और उसकी सेना का मकसद रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान की चाल बहुत पहले ही समझ लेनी चाहिए थी, जब उसने 1947 में अपनी आजादी के बाद जम्मू कश्मीर में कबायली घुसपैठियों को भेजा था।
उन्होंने कहा, ‘‘वे यह तमाशा तब से कर रहे हैं। वे कल भी ऐसा करते रहेंगे और रुकने वाले नहीं हैं। हालांकि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का धैर्य जवाब दे गया।’’
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को हथियार, प्रशिक्षण और वित्तीय मदद देकर पाकिस्तान मानवता के लिए खतरा बन गया है।
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