निर्देशक पायल कपाड़िया का मानना है कि पिछले साल कान फिल्म महोत्सव में ‘‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’’ को मिले सम्मान ने भारत में इस फिल्म के वितरण को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई।

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मुंबई में दो मलयाली नर्स और उनकी दोस्ती पर आधारित मलयालम-हिंदी फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन...’ को पिछले साल मई में कान फिल्म महोत्सव के ग्रैंड प्रिक्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह उपलब्धि हासिल करने वाली यह भारत की पहली फिल्म है।
फिल्म निर्माता कपाड़िया ने कहा कि वह फिल्म महोत्सव और फिल्म समीक्षकों के प्रति आभारी हैं, जिन्होंने उनकी फिल्म को प्रसिद्धि दिलाई। यह उनकी पहली फीचर फिल्म भी है।
कपाड़िया 2025 के कान फिल्म महोत्सव के लिए फ्रेंच स्टार जूलियट बिनोचे की अगुआई वाली जूरी पैनल का हिस्सा हैं। वह मंगलवार शाम को समारोह के उद्घाटन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी फिल्म को यहां कान में प्रदर्शित करना और उसे मान्यता मिलना तथा आप सभी द्वारा इसके बारे में लिखना, वास्तव में फिल्म को रिलीज करने में हमारी मदद करता है। यहां तक कि भारत में वितरण में भी इससे मदद मिली।’’
कपाड़िया ने यहां अंतरराष्ट्रीय मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘मैं वास्तव में आभारी हूं। एक फिल्म निर्माता के तौर पर आप यही चाहते हैं कि आपकी फिल्म आपके देश और अन्य जगहों पर लोगों द्वारा देखी जाए। इसलिए यह मेरे लिए वास्तव में एक बड़ा बोनस था।’’
‘ऑल वी इमेजिन...’ को पिछले साल सितंबर में केरल के सीमित सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया था। फिल्म को नवंबर में देशभर में रिलीज करने से पहले सकारात्मक समीक्षा मिली थी। इसे भारत में तेलुगु सिनेमा स्टार राणा दग्गुबाती की स्पिरिट मीडिया द्वारा वितरित किया गया था।
कान फिल्म महोत्सव का 78वां संस्करण मंगलवार को शुरू हुआ जो 24 मई को संपन्न होगा।
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