कुरनूल जिले में निजी बस में आग लगने की घटना में जान गंवाने वाले 19 लोगों के शव, डीएनए जांच पूरी होने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए गए। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

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डीएनए जांच किसी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने के लिए की जाती है, विशेष रूप से तब जब शव की पहचान संभव न हो या शारीरिक नमूनों (जैसे रक्त, बाल या लार) से मिलान करने की आवश्यकता हो।
शुक्रवार तड़के कल्लूर मंडल के चिन्ना टेकुरु गांव में बेंगलुरु जा रही एक बस में, एक दोपहिया वाहन से टक्कर के बाद आग लग गई, जिसमें 19 यात्रियों की जलकर मौत हो गई। बस में कुल 44 यात्री सवार थे।
अधिकारी ने बताया कि मृतकों के डीएनए नमूने एकत्र कर लिए गए थे और उन्हें विजयवाड़ा स्थित फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) भेजे जाने तक सुरक्षित रखने के लिए शीतगृह में रखा गया।
कुरनूल जिले के राजस्व प्रभागीय अधिकारी संदीप कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद 19 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।”
उन्होंने कहा कि बिहार और तमिलनाडु के कुछ परिजनों ने शवों का अंतिम संस्कार आंध्र प्रदेश में ही करने का निर्णय लिया है, जिसके लिए राज्य सरकार ने आवश्यक प्रबंध किए हैं।
अधिकारी ने यह भी बताया कि इस बीच तेलंगाना सरकार अनुग्रह राशि देना शुरू कर चुकी है, जबकि आंध्र प्रदेश में यह प्रक्रिया चल रही है।
| | | भाषा | | कुरनूल (आंध्र प्रदेश) |
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