टिपरा मोथा के प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उन आरोपों को खारिज किया कि क्षेत्रीय संगठन की 16 फरवरी को होने वाले त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस और माकपा के साथ ‘‘गुप्त सहमति’’ है।
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देबबर्मा ने आरोप लगाया कि शाह ने स्वदेशी लोगों की तिप्रासा भावना को नहीं समझा और उनकी भावनाओं को ठेस भी पहुंचाई।
देबबर्मा ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, “जिसने भी अमित शाह के लिए भाषण लिखा था उसे ‘होमवर्क’ नहीं करने के लिये पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। वह न सिर्फ तिप्रासा भावना को समझने में नाकाम रहे और हमारी भावनाओं को आहत किया, उन्होंने त्रिपुरा के लोगों को एक गलत संदेश भी भेजा कि कांग्रेस/माकपा और टिपरा में गठबंधन है।”
उन्होंने कहा, “जो लोग कांग्रेस और माकपा को वोट देने से हिचक रहे थे वे अब मजबूत होंगे और ज्यादा संख्या में बाहर आएंगे! इसे ही हम राजनीति में अपने पांव पर कुल्हाड़ी मारना कहते हैं।”
शाह ने दक्षिण त्रिपुरा जिले के संतिरबाजार और खोवई जिले के खोवई में भाजपा की रैलियों को संबोधित करते हुए सोमवार को आरोप लगाया था कि टिपरा मोथा की कांग्रेस और माकपा के साथ ‘‘गुप्त सहमति’’ है और वह ‘‘मूल निवासियों को गुमराह कर’’ त्रिपुरा में फिर से वाम दल का शासन लाने का प्रयास कर रही है।
क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा ने 16 फरवरी को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का फैसला किया है और वह 60 में से 42 सीट पर लड़ेगी।
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