जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को मतदान के अधिकार का विरोध करेगा विपक्ष: फारूक अब्दुल्ला

Last Updated 22 Aug 2022 03:22:03 PM IST

पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर चुनाव में गैर-स्थानीय लोगों को मतदान का अधिकार देने के फैसले का सभी विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा विरोध किया जाएगा।


सर्वदलीय बैठक में फारूक अब्दुल्ला

श्रीनगर में गुप्कर रोड स्थित फारूक अब्दुल्ला के आवास पर सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर चुनाव में गैर-स्थानीय लोगों को मतदान का अधिकार देने के फैसले का सभी विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा विरोध किया जाएगा। श्रीनगर में गुप्कर रोड स्थित फारूक अब्दुल्ला के आवास पर सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई।

बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, वे कह रहे हैं कि नए मतदाता 25 लाख होंगे। यह 50 लाख, 60 लाख या एक करोड़ भी हो सकता है। इस पर कोई स्पष्टता नहीं है।

उन्होंने कहा, अगर जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को मतदान का अधिकार दे दिया गया, तो राज्य की पहचान खो जाएगी। इसलिए, हमने फैसला किया है कि गैर-स्थानीय लोगों को मतदान का अधिकार देने के फैसले का हम सभी संयुक्त रूप से विरोध करेंगे।


अब्दुल्ला ने कहा, दूसरी बात, जो सबसे महत्वपूर्ण है, वह यह है कि कई राजनीतिक दलों को यहां सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है। सरकार गैर-स्थानीय मजदूरों की रक्षा करने की योजना कैसे बनाती है? इस संबंध में किसी भी निर्णय पर सावधानी से विचार किया जाना चाहिए।

डॉ. अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला के अलावा सर्वदलीय बैठक में शामिल होने वालों में पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, विकार रसूल वानी, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के उपाध्यक्ष रमन भल्ला, माकपा के यूसुफ तारिगामी, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुजफ्फर अहमद शाह, अकाली दल के नरिंदर सिंह खालसा और शिवसेना की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष मनीष साहनी शामिल रहे। साहनी शिवसेना के उद्धव ठाकरे के ग्रुप से हैं।

 

आईएएनएस
श्रीनगर


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