MGR की प्रतिमा तोड़ी, दिहाड़ी मजदूर गिरफ्तार

Last Updated 26 Jan 2022 04:33:34 AM IST

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एमजी रामचंद्रन की एक प्रतिमा को यहां क्षतिग्रस्त करने के मामले में 40 वर्षीय एक दिहाड़ी मजदूर को गिरफ्तार किया गया है।


तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एमजी रामचंद्रन

विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसके लिए जिम्मेदार ‘असामाजिक तत्वों’ के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया था। पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान शेखर के रूप में की है। उन्होंने बताया कि उसने नशे की हालत में प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया। एमजीआर के नाम से पहचाने जाने वाले अन्नाद्रमुक के संस्थापक रामचंद्रन की नॉर्थ मेन स्ट्रीट पर लगी आवक्ष प्रतिमा मंगलवार सुबह पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं को क्षतिग्रस्त मिली थी। विपक्षी दल ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि उसके संस्थापक का कोई अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं के एकत्रित होने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।

अन्नाद्रमुक ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी संस्थापक की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने के लिए ‘असामाजिक तत्वों’ को जिम्मेदार ठहराया है। अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ पनीरसेल्वम ने देश की सेवा करने वाले नेताओं का अपमान करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। वहीं, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक के. पलानीस्वामी ने ‘पुराची थलाइवर’ (क्रांतिकारी नेता) को बदनाम करने के हर प्रयास की निंदा की और सरकार से इस मामले पर शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया। पलानीस्वामी ने सिलसिलेवार किए ट्वीट में समाज के गरीब तबके के लिए दिवंगत मुख्यमंत्री के जन-समर्थक उपायों की सराहना की और कहा कि इन कायरें के दम पर ही उन्होंने हमेशा के लिए लोगों के दिल में जगह बनाई है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, मैं, तंजावुर में असामाजिक तत्वों द्वारा एमजीआर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किए जाने की कड़ी निंदा करता हूं। पुराची थलाइवर को बदनाम करने और सार्वजनिक शांति भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर इस तरह की शरारती घटनाएं जारी रहती हैं, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता ऐसी घटनाओं पर चुप नहीं रहेंगे और ऐसी हरकत से दिवंगत नेता की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आएगी।

अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) के टीटीवी दिनाकरण ने भी इस घटना की निंदा की। उन्होंने तर्कवादी नेता एवं द्रविड़ कषगम के संस्थापक ईवी रामासामी पेरियार की प्रतिमाओं के साथ हुई बर्बरता के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में नेताओं की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटनाओं को रोका जाना चाहिए। अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता एवं दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी वीके शशिकला ने भी इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

भाषा
तंजावुर


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