तमिलनाडु : जिंदगी की जंग हार गया 2 साल का सुजीत, राहुल ने जताया शोक

Last Updated 29 Oct 2019 09:48:03 AM IST

तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली जिले के नादुकट्टुपट्टी गांव में एक बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे को बचाने के लिए लगभग 80 घंटों से चल रहे बचाव प्रयासों के बाद उसकी मौत हो गई और मंगलवार तड़के उसका शव निकाला गया




राजस्व  प्रशासन के आयुक्त ने आज तड़के करीब दो बजकर 30 मिनट पर मीडिया को सुजीत की मौत की सूचना दी।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने  बोरवेल में फंसे दो वर्षीय सुजीत वेल्सन की मौत पर  शोक  व्यक्त किया है। गांधी ने मंगलवार को ट्वीट करके अपने शोक संदेश में कहा,‘‘ मेरी संवेदनाएं सुजित के माता-पिता और परिजनों के साथ हैं।’’

 

नाडुकट्टुपट्टी गांव का सुजीत  शुक्रवार शाम करीब पांच बजकर 40 मिनट पर खेलते-खेलते अपने पिता के खेत में बने बोरवेल में गिर गया था। वह गिरने के बाद 30 फीट  की गहराई में  फंस गया था। इसके बाद रात में वह और सरकते हुए लगभग  100 फीट की गहराई में जाकर फंस गया था। मासूम को बचाने के लिए  राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का बचाव  अभियान चार दिनों से लगातार जारी था।

उन्होंने बताया कि बचाव दल ने सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे बोरवेल से दुर्गंध आने की जानकारी दी। मेडिकल की टीम ने दुर्गंध और अन्य परिस्थितियों की जांच के बाद  बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है जिसके बाद बोरवेल के सामानांतर खुदाई का काम तत्काल रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि  82 घंटे तक चला बचाव अभियान सफल नहीं हो सका। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

राजस्व प्रशासन के आयुक्त के अनुसार बच्चे के शव की स्थिति बेहद खराब स्थिति में थी। एनडीआरएफ,एसडीआरएफ और तमिलनाडु दमकल सेवा की टोमों ने तड़के चार बजकर 30 मिनट पर शव को बाहर निकाला।

शव को पोस्टमार्टम के लिए मनाप्पारी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। मंत्रियों -सी विजयभास्कर, वेल्लमांडी एन नटराजन और आर वालारामथी ने अस्पताल पहुंचकर सुजीत को श्रद्धांजलि  दी और परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।

सुजीत शुक्रवार शाम घर से लगे मक्के के खेत में बने 600 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था और करीब 26 फुट की गहराई में फंस गया था। बचाव एवं राहत दल की टोम जब उसे बचाने के लिए सामानांतर खुदाई कर रही थी तभी वह सरक कर करीब 70 फुट नीचे चला गया। खराब  मौसम के कारण शुरु में बचाव अभियान में  काफी बाधाएं आयी थी।

राज्य के विभिन्न हिस्सों से आयी तकनीकी टीमों ने सुजीत को बचाने का भरसका प्रयास किया लेकिन  बच्चे के करीब 100 फुट की गहराई में फंसे होने के कारण उनका प्रयास सफल नहीं हो सका। पुलिस, नागरिक प्रशासन, स्वयंसेवक और स्थानीय नागरिकों ने भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की विशेष टीमों के साथ मिलकर सुजीत को बाहर निकाले के प्रसास में काफी मदद की।

सुजीत के बोरवेल में गिरने के बाद से देशभर की निगाहें उसकी सुरक्षा पर टिकी थीं और सभी उसके जीवन के लिए दुआ कर रहे थे। प्रधानमंी नरेन्द्र मोदी ने भी कल कहा था कि  उनकी प्रार्थनाएं बोरवेल में फंसे दो  वर्षीय साहसी बालक सुजीत के साथ हैं। 

मोदी ने ट्वीट करके कहा था कि  उन्होंने बोरवेल में गिरे सुजीत विल्सन को बचाने के लिये किये जा रहे  प्रयासों के बारे में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी से बातचीत  की है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी प्रार्थनाएं साहसी सुजीत विलसन के साथ हैं।  सुजीत को बचाने के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री से  बातचीत की।’’

पलानीस्वामी ने बताया था कि  सुजीत की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।

 

वार्ता
नयी दिल्ली


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