गुजरात में लगातार तीन दशक की जीत असाधारण, अभूतपूर्व : मोदी

Last Updated 18 Dec 2017 08:31:18 PM IST

मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को ‘असाधारण एवं अभूतपूर्व’ बताते हुए कहा कि वर्ष 1989 से लगातार 12 चुनाव में विकास के मुद्दे पर भाजपा की जीत एक ऐतिहासिक सच्चाई है और गुजरात की जनता ने इस पर मुहर लगायी है.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात का चुनाव भाजपा के इतिहास में अभूतपूर्व है. आज के वातावरण में कोई सरकार पांच साल बाद दोबारा चुनी जाये तो उसे बहुत बड़ी घटना के रूप में देखा जाता है और बड़े-बड़े संपादकीय अखबारों में लिखे जाते हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात में 1989 के बाद से भाजपा ने 12 चुनाव लड़े हैं. वर्ष 1990 में गठबंधन में 90 सीटों पर लड़कर 67 सीटें जीते और गठबंधन की सरकार में शामिल हुए. इसके बाद 1995, 1998, 2002, 2007, 2012 और अब 2017 में जीत हासिल की. इस बीच हर लोकसभा चुनाव में भी जीते.
      
उन्होंने कहा, लगातार इतनी जीत सिर्फ और सिर्फ विकास के मुद्दे पर ही हुई है. देश के इतिहास में यह एक सच्चाई है, जिस पर गुजरात की जनता ने मुहर लगायी है. उन्होंने कहा कि गुजरात की यह जीत उनके लिए दोहरी खुशी का मौका है. गुजरात के भाजपा कार्यकर्ताओं ने साबित कर दिया है कि ‘उनके’ हटने के बाद भी गुजरात के विकास में वे कमी नहीं रखेंगे.

उन्होंने कहा कि गुजरात में चुनाव जीतने के लिए तरह-तरह के हमले हुए और दुष्प्रचार की आंधी चली. कांग्रेस तो सामने थी, लेकिन उसके पीछे बड़ी षडयंत्रकारी ताकतें लगीं थीं. विकास में कोई खुश और कोई नारा हो सकता है, पर उसका उपहास करे, यह कभी नहीं होता. उन्होंने कहा कि देश में चुनाव होते रहते हैं. हर चुनाव का रंगरूप अलग होता है, पर यह सच्चाई है कि 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद से देश में विकास को लेकर एक भूख जग गई है. 

मोदी ने कहा कि किसी को भाजपा पंसद हो या नहीं, या भाजपा हार जाये तो महीने भर तक जश्न मनाइये, पर देश को विकास के रास्ते से अलग करने की हरकत मत कीजिए. देश विकास के मामले में सहयोग कर रहा है. उन्होंने कहा कि देश में ऐसी सरकार आयी है, जो निर्णय लेने वाली है, जिसकी नीयत में खोट नहीं है, नीतियां साफ सुथरी हैं, जो सामूहिक नेतृत्व में चलती है. सहकारी संघवाद से सहकारी प्रतिस्पर्धी संघवाद की भावना से ‘सबका साथ सबका विकास’ के नारे पर जनता की मुहर लग गयी है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह गुजरात की जनता से एक बात कहना चाहते हैं कि गुजरात पहले जातिवाद के जहर से इस कदर ग्रसित था कि उसे निकालते-निकालते 30 साल लग गये. सत्ता की भूख के कारण इस बार कुछ लोगों ने पिछले कुछ महीनों में जातिवाद के बीज बोने के प्रयास किये. गुजरात की जनता को इसे लेकर अधिक जागरूक होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि गुजरात का मंत्र है, ‘सबका साथ, सबका विकास‘. उन्होंने कहा कि इस विजय के बाद वह यह कहने का साहस कर रहे हैं कि ‘मेरे प्यारे साढ़े छह करोड़ गुजराती भाई एक हैं, नेक हैं. वे आगे बढ़ें. जो हुआ, उसे छोड़ दो, जिसने किया, उसे भूल जाओ. एक भाई भी अलग नहीं हो सकता. हम फिर मिलजुल कर रहें.‘



उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने चुनाव में जो खेल खेला है. वे ये हरकतें छोड़ेंगे नहीं. ऐसे में वे एकता का मंत्र लेकर चलें. उन्होंने कहा कि गुजरात अकेला नहीं है. गुजरात के विकास का लाभ देश को मिलता है. ऐसे में गुजरात की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि राज्य दोगुनी तेजी से बढ़े. उन्होंने कहा कि यह विजय साधारण नहीं असाधारण है. इसके पीछे भाजपा के मेहनतकश एवं रणनीतिकार अध्यक्ष तथा लाखों कार्यकर्ताओं की जी-जान से की गयी मेहनत है. लगातार तीस साल विजयी होना पूरी दुनिया के लिए बहुत बड़ी बात है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन चुनावी नतीजों ने जता दिया है कि देश सुधारों के लिए तैयार है और प्रदर्शन को देख रहा है तथा परावर्तन में विश्वास रखता है. चुनाव सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा होते हैं. मध्यम वर्ग की अपेक्षाएं, आकांक्षाएं, सपने बढ़े हैं. वे जल्दी-जल्दी पूरे हों, यह स्वाभाविक इच्छा है. हिमाचल प्रदेश ने भी सकारात्मक परिणाम दिये हैं. वहां की जनता ने सकारात्मक वोट दिया है. उसने दिखाया है कि अगर विकास नहीं होता है जो जनता उसे दोबारा स्वीकार नहीं करती है.

वार्ता


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment