दिल्ली के बवाना में गैंगस्टर मंजीत महल के भतीजे की गोली मारकर हत्या
गैंगस्टर मंजीत महल के भतीजे की शुक्रवार सुबह बवाना इलाके में कथित तौर पर अज्ञात हमलावरों ने उसकी बेटी के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। हमले में उसकी 10 वर्षीय बेटी भी गोली लगने से घायल हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
![]() |
उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान दीपक (43) के रूप में हुई है।
यह मामला कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह और मंजीत महल गिरोह के बीच प्रतिद्वंद्विता से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि दीपक का हाल में महल से किसी तरह का संपर्क नहीं हुआ था और वह पहले किसी आपराधिक मामले में शामिल नहीं था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दीपक अपनी 10 वर्षीय बेटी के साथ सुबह की सैर पर गया था तभी अज्ञात हमलावरों ने उसे गोली मार दी।
उन्होंने बताया कि घटना के समय दीपक के पिता अपने घर के बाहर बैठे थे। हमला नांगल ठाकरान गांव में भगवान परशुराम मंदिर रोड के पास दीपक के घर से सिर्फ 700-800 मीटर की दूरी पर हुआ।
अधिकारी ने बताया, "दीपक को कई गोलियां लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हमले के दौरान उसकी बेटी के हाथ में गोली लग गई, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।"
पुलिस ने एक बयान में बताया कि लड़की के दाहिने हाथ में गोली लगी है और उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
एक पुलिस सूत्र ने बताया, ‘‘ शुरुआती जांच में संकेत मिला है कि हमलावरों को घर के सभी प्रवेश और निकास मार्गों की जानकारी थी। उन्होंने संभवतः क्षेत्र की रेकी की थी और सही समय का इंतजार कर रहे थे।’’
सूत्र ने बताया कि जैसे ही दीपक अपने घर से बाहर निकला और कुछ दूर चला, हमलावर उसके पास आए और नजदीक से गोलियां मारी।
अधिकारियों ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए कई टीम गठित की गई हैं। हत्या के पीछे का मकसद का अबतक खुलासा नहीं हुआ है।
एक अधिकारी ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने अपराध स्थल की जांच की है तथा आस-पास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की तस्वीर का विश्लेषण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कानूनी और चिकित्सीय प्रक्रियाओं के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए बीएसए अस्पताल ले जाया गया और बाद में परिवार को सौंप दिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी कोणों से जांच की जा रही है, जिसमें महल और ब्रिटेन स्थित गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू के बीच लंबे समय से चल रही दुश्मनी भी शामिल है।
सूत्र ने बताया, "दीपक पेशे से शेयर कारोबारी था और महल का भतीजा भी था। कई टीम इस बात की जांच कर रही हैं कि गोलीबारी की वजह क्या थी। क्या यह संपत्ति से जुड़ा मामला था या गिरोह की गतिविधियों का मामला था।’’
दीपक के परिवार में पत्नी, दो बच्चे और माता-पिता हैं।
सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में नंदू गैंग और मंजीत महल गैंग के बीच कोई गैंगवार नहीं हुआ है। पुलिस ने पहले कहा था कि सांगवान और महल (दोनों नजफगढ़ के निवासी हैं) के बीच 2015 से प्रतिद्वंद्विता चल रहा है, जब महल और उसके आदमियों ने सांगवान के बहनोई सुनील उर्फ 'डॉक्टर' की कथित तौर पर हत्या कर दी थी।
अधिकारी ने बताया कि सांगवान ने इस समय तिहाड़ जेल में बंद अपने बड़े भाई ज्योति प्रकाश उर्फ बाबा के निर्देश पर साथियों की एक टीम बनाई और महल के करीबी सहयोगी नफे सिंह उर्फ ‘मंत्री’ की हत्या कर दी।
सूत्रों ने बताया कि 2017 में सांगवान ने कथित तौर पर महल के पिता श्री कृष्ण की नजफगढ़ स्थित उनके घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। सांगवान के खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया गया है और पुलिस को उसकी तलाश है।वह दीपक की हत्या में मुख्य संदिग्ध है।
‘रेड कॉर्नर नोटिस’ उन भगोड़ों के लिए जारी किए जाते हैं, जिनकी तलाश अभियोजन के लिए या सज़ा काटने के लिए होती है। रेड नोटिस दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों से किया जाने वाला एक अनुरोध है, जिसमें प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण या इसी तरह की कानूनी कार्रवाई के लंबित रहने तक किसी व्यक्ति का पता लगाने और उसे अस्थायी रूप से गिरफ़्तार करने का अनुरोध किया जाता है।
सांगवान ने दो वर्ष पहले हरियाणा के राजनीतिक दल इंडियन नेशनल लोकदल के नेता नफे सिंह राठी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, साथ ही पश्चिम विहार में एक बिल्डर की हत्या सहित कई अन्य अपराधों की भी जिम्मेदारी ली थी।
| Tweet![]() |