चुनाव प्रचार से रोकने के लिए ईडी का सहारा ले रही भाजपा : आतिशी
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी (Atishi) ने रविवार को कहा है कि केजरीवाल को गिरफ्तार करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद आबकारी नीति के फर्जी केस में पूरा नहीं हो रहा है, इसलिए नया केस तैयार करवा दिया गया है।
आतिशी |
ईडी को क़ानूनी प्रक्रिया से कोई मतलब नहीं, उसका एकमात्र मकसद केजरीवाल को गिरफ्तार करके चुनाव प्रचार करने से रोकना है। गौरतलब है कि ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले के साथ-साथ जल बोर्ड के फर्जी मामले में भी समन भेजा है।
आतिशी ने कहा है कि आज के समय में मोदी का जो विरोध करता है, ईडी और सीबीआई उसके पीछे पड़ जाती है। ईडी-सीबीआई-आयकर विभाग सिर्फ प्रधानमंत्री के विरोधियों को ख़्ात्म करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे है।
‘आप’ नेता ने कहा कि शनिवार को अदालत ने केजरीवाल जमानत दे दी। अब क़ानूनी प्रक्रिया की शुरुआत होगी, केस पर बहस होगी और इस बात की जांच होगी कि ईडी का समन क़ानूनी है या ग़ैर-क़ानूनी है लेकिन प्रधानमंत्री क़ानूनी प्रक्रिया का सम्मान नहीं करते।
प्रधानमंत्री को सिर्फ एक चीज से मतलब है कि किसी न किसी तरह से चुनाव से पहले अर¨वद केजरीवाल को जेल में डाल दिया जाए, और उन्हें चुनाव में प्रचार करने से रोक दिया जाए। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले का इंतार किए बिना ईडी ने मुख्यमंत्री को कथित शराब घोटाले के साथ-साथ जल बोर्ड के फर्जी मामले में भी समन भेज दिया।
उल्लेखनीय है इससे एक दिन पहले एक मजिस्ट्रेट अदालत ने सीएम केजरीवाल को ईडी द्वारा दायर एक मामले में जमानत दे दी थी, जिसमें एजेंसी ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एजेंसी के समन का पालन नहीं कर रहे हैं।
राउज़ एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) दिव्या मल्होत्रा ने मुख्यमंत्री को 15 हजार रुपए के जमानत बांड और एक लाख रुपये की जमानत पर राहत दी।
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