Delhi AQI Update: दिल्ली में कहीं गरज के साथ बारिश तो कहीं गिरे ओले‚ जानें आज के मौसम का मिजाज

Last Updated 28 Nov 2023 09:42:21 AM IST

पश्चिमोत्तर भारत को प्रभावित कर रहे पश्चिमी विक्षोभ और हवा की अनुकूल गति के कारण राष्ट्रीय राजधानी तथा इससे सटे इलाकों में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ।


राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार शाम गरज के साथ बारिश हुई और ओले गिरे‚ जिसके परिणामस्वरूप वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार आया। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने सोमवार रात साढ़े आठ बजे तक 7.2 मिमी बारिश दर्ज की।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में अगले दो दिनों के दौरान बारिश में कमी आने की संभावना है। इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है। इससे एक्यूआई में और बढ़ोतरी हो सकती है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हवा की गति सुधरकर 20 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई, जिससे प्रदूषक तत्वों के बिखराव में मदद मिली।

राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार की सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 365 रहा, जो सोमवार को शाम चार बजे 395 दर्ज किया गया था।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार में पीएम 2.5 को 346 पर और पीएम 10 को 228 पर "खराब" श्रेणी में दर्ज किया गया, जबकि सीओ 57 पर "संतोषजनक" श्रेणी में पहुंच गया और एनओ2 41 यानी "अच्छा" था।

बवाना स्टेशन पर पीएम 2.5 379 पर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया, जबकि पीएम 10 "खराब" श्रेणी में 245 पर पहुंच गया, जबकि सीओ 75 या "संतोषजनक" पर पहुंच गया।

आया नगर में, पीएम 2.5 "बहुत खराब" श्रेणी में 328 पर पहुंच गया और पीएम 10 "मध्यम" श्रेणी में 183 पर था। सीओ को "संतोषजनक" श्रेणी के तहत 67 पर दर्ज किया गया था।

हालांकि, द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई मॉनिटरिंग स्टेशन ने पीएम 2.5 को 401 पर "गंभीर श्रेणी" में दर्ज किया, जबकि पीएम 10 को 268 या "खराब" स्तर पर और सीओ को 75 पर "संतोषजनक" स्तर पर दर्ज किया गया।

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट स्टेशन पर पीएम 2.5 326 और पीएम 10 169 के साथ "बहुत खराब" श्रेणी में था, जो "मध्यम" श्रेणी में था, जबकि सीओ 88 पर था, जो "संतोषजनक" स्तर पर था।

ओखला फेज-2 में पीएम 2.5 335 दर्ज किया गया, जो "बहुत खराब" श्रेणी में है, जबकि पीएम 10 "मध्यम" श्रेणी के तहत 188 तक पहुंच गया। एनओ2 "संतोषजनक" स्तर पर 78 और सीओ 54 पर था।

प्रतिदिन शाम चार बजे दर्ज किया गया एक्यूआई रविवार को 395, शनिवार को 389, शुक्रवार को 415, बृहस्पतिवार को 390 तथा बुधवार को 394 था।

शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘‘अच्छा’’, 51 और 100 के बीच ‘‘संतोषजनक’’, 101 और 200 के बीच ‘‘मध्यम’’, 201 और 300 के बीच ‘‘खराब’’, 301 और 400 के बीच ‘‘बहुत खराब’’, 401 और 450 के बीच ‘‘गंभीर’’ और 450 से ऊपर को ‘‘अति गंभीर’’ माना जाता है।

सोमवार को राजधानी में धुंध छाई रही, जिससे सफदरजंग वेधशाला में दृश्यता घटकर महज 600 मीटर रह गई तथा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता 800 मीटर थी।

राष्ट्रीय राजधानी में नवंबर, 2023 में अब तक 10 दिनों में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही है।



पिछले साल नवंबर में दिल्ली में वायु गुणवत्ता तीन दिन गंभीर श्रेणी में रही थी, जबकि नवंबर 2021 में यह स्थिति 12 दिन रही थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने जब से वायु गुणवत्ता सूचकांक पर नजर रखनी शुरू की है, तब से नवंबर में 2021 में सबसे अधिक दिन वायु गुणवत्ता ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रही थी।

सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2020 में वायु गुणवत्ता नौ दिन, 2019 में सात दिन, 2018 में पांच दिन, 2017 में सात दिन, 2016 में 10 दिन और 2015 में छह दिन ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रही थी।

दिल्ली सरकार और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर की एक संयुक्त परियोजना के अनुसार, बायोमास जलाना दिल्ली की खराब हवा का शीर्ष कारण था, जिसका पिछले कुछ दिनों में राजधानी के वायु प्रदूषण में योगदान 31 से 51 प्रतिशत रहा।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संबंधित एजेंसियों और विभागों को प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती से अंकुश लगाने और बायोमास जलाने की बढ़ती घटनाओं को रोकने का निर्देश दिया है।
 

भाषा/आइएनएस
नई दिल्ली


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