दिल्ली दुग्ध योजनाके दूध में कास्टिक सोडा!
दिल्ली दुग्ध योजना (Delhi Milk Scheme) के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते शुक्रवार को दिल्ली दुग्ध योजना (DMS) के आधा लीटर के दूध के पैकेटों में कास्टिक सोडा वाला पानी चला गया।
![]() डीएमएस के दूध में कास्टिक सोडा! |
यह गंभीर चूक शादीपुर प्लांट में हुई, जिसकी वजह से डीएमएस का 12 हजार लीटर दूध पीने योग्य नहीं रहा। लापरवाही इस कदर रही कि दूध के यह पैकेट दिल्ली में संचालित 400 बूथों और 800 दुकानों पर सप्लाई हो चुके थे। इस वजह से दूध खरीदने वालों की यह आम शिकायत रही कि दूध में बदबू आ रही है और गर्म करने पर फट जा रहा है।
डीएमएस ने इस गड़बड़ी को स्वीकार कर लिया है और जनरल मैनेजर ने आधा लीटर के सभी पैकेट वापस लेने का लिखित आदेश जारी किया है।
सभी बूथ संचालकों को कहा गया है कि वह पीने योग्य नहीं रह गए दूध के सभी पैकेट एकत्र करके डीएमएस को भिजवाएं। यानी शुक्रवार को सप्लाई हुए दूध के आधा लीटर के सभी पैकेट वापस लिए जा रहे हैं। यह दूध पैकेट 20 जुलाई को तैयार किए गए थे और इन्हें 22 जुलाई तक इस्तेमाल किया जा सकता था। यानी उनकी बेस्ट विफोर तारीख 22 जुलाई है।
बताया जाता है कि दूध के पैकेट पैक किए जाने और मशीन एवं पाइप की धुलाई का काम एक साथ नहीं किया जाता। कम अनुभवी ठेका श्रमिकों की सेवाएं लिए जाने की वजह से उक्त गंभीर घटना घटी। ऐसी घटना डीएमएस में इससे पूर्व कभी नहीं घटी है।
डीएमएस अभी दिल्ली में आधा लीटर, एक लीटर और पांच लीटर के पैक में एक लाख 22 हजार लीटर दूध की सप्लाई करता है। इस दूध की सप्लाई संसद भवन, सांसदों के निवास, साउथ एवेन्यू, नॉर्थ एवेन्यू, बंगाली मार्केट में बने बूथ पर और एम्स व आरएमएल अस्पतालों में रोगियी के लिए भी होती है।
स्वास्थ्य मामलों के जानकार कह रहे हैं कि कास्टिक सोडा मिला दूध किडनी और लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। डीएमएस ने उक्त दूध के नमूने लेकर जांच की है और अभी वह और गहराई से जांच कर रहा है।
| Tweet![]() |