आतंकवाद से लड़ने के लिए सभी देशों को एकजुट होना चाहिए : ओम बिरला
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वैश्विक सुरक्षा और सतत विकास के लिए सभी देशों से एकजुट होकर आतंकवाद की चुनौतियों से लड़ने का आह्वान करते हुए संयुक्त अरब अमीरात में हाल ही में हुए आतंकी हमले की कड़े और स्पष्ट शब्दों में निंदा की है।
![]() संयुक्त अरब अमीरात की संघीय राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष एच.ई. सकर गोबाश और लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला |
अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात की फेडरल नेशनल काउंसिल-संसद के छठे पूर्ण असाधारण सत्र में सांसदों को सम्बोधित करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारत और यूएई के लगातार मजबूत होते संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद के संबंध में दोनों देशों की साझी चिंता वर्तमान क्षेत्रीय और वैश्विक परि²श्य में हमारे सहयोग को नया रूप दे रही है। उन्होने कहा कि भारत और यूएई की आर्थिक साझेदारी क्षेत्रीय और वैश्विक समृद्धि का एक प्रभावी माध्यम बन सकती है।
बिरला ने 3 ई अर्थात एनर्जी, एकोनॉमी और प्रवासी के स्तंभों पर भारत और यूएई के साझा हित और प्रगाढ़ होने का भी दावा किया। आपको बता दें कि ओम बिरला लोक सभा के पहले अध्यक्ष हैं जिन्होंने संयुक्त अरब अमीरात की संघीय राष्ट्रीय परिषद- संसद के सदस्यों को संबोधित किया है। यूएई के सांसदों को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों का सदैव विरोध किया है। उन्होने जोर देकर कहा कि वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता और सतत विकास के लिए यह आवश्यक है कि विश्व के सभी राष्ट्र आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की चुनौतियों से लड़ने के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद से बढ़ते खतरों और लोगों की सुरक्षा के संबंध में भारत और यूएई की साझा चिंता वर्तमान क्षेत्रीय और वैश्विक परि²श्य में दोनों देशों के सहयोग को नया रूप दे रही है।
बिरला ने 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएई यात्रा और 2016 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते ने द्विपक्षीय संबंधों को एक नया आयाम देने के साथ साथ भावी आर्थिक विकास का आधार भी तैयार किया है। उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों देशों के लिए एक मौका है कि वे एकजुट होकर अपनी मित्रता और साझेदारी को और सशक्त करें ताकि दोनों देशों की जनता को इसका अधिकतम लाभ मिल सके।
बिरला ने यूएई द्वारा पिछले वर्षों में लोकतंत्र को व्यापक आधार देने तथा संसद में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए किए गए फैसलों का भी स्वागत किया। यूएई में रहने वाले प्रवासी समुदायों में से भारतीय समुदाय को सबसे बड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय देश के आर्थिक विकास के साथ-साथ दोनो देशों को जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लोक सभा अध्यक्ष ने निवेशकों को भारत में निवेश के लिए लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत आज विश्व का अग्रणी इनवेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन गया है और डिजिटल इकोनॉमी, मानव संसाधन और स्मार्ट शहरीकरण की दिशा में की जाने वाली पहलों से उत्पन्न नए अवसरों का लाभ यूएई की कंपनियां उठा सकती हैं।
इससे पहले, संयुक्त अरब अमीरात की संघीय राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष एच.ई. सकर गोबाश ने संघीय राष्ट्रीय परिषद में बिरला का स्वागत किया। आपको बता दें कि, यूएई की संसद के निमंत्रण पर भारतीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में यूएई के दौरे पर है।
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