प्रदूषण की वजह से अगले आदेश तक दिल्ली के स्कूल बंद, सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद AAP सरकार का फैसला

Last Updated 02 Dec 2021 03:50:40 PM IST

सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बीच स्कूलों में फिजिकल क्लास शुरू करने को लेकर दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है, जिसके बाद सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला किया।


दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज 2 दिसंबर को बताया कि वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में अगले आदेश आने तक स्कूल शुक्रवार से बंद रहेंगे। बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित समय के अनुसार जारी रहेंगी और पठन-पाठन की गतिविधियां ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। राय ने कहा कि दिल्ली में प्रत्यक्ष कक्षाएं अगले आदेश तक शुक्रवार से बंद रहेंगी।

सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बीच स्कूलों में प्रत्यक्ष कक्षाएं शुरू करने को लेकर दिल्ली सरकार को गुरूवार को फटकार लगाई, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला किया।

राय ने कहा, ‘‘हमने वायु गुणवत्ता में सुधार का पूर्वानुमान जताए जाने के कारण स्कूल फिर से खोल दिए थे, लेकिन वायु प्रदूषण फिर से बढ़ गया है और हमने आगामी आदेश आने तक शुक्रवार से स्कूल बंद करने का फैसला किया है।’’

दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘‘सभी बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित समय पर जारी रहेंगी।’’

इससे पहले 13 नवंबर को, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्कूलों में एक सप्ताह के लिए शारीरिक कक्षाएं बंद करने की घोषणा की थी। उन्होंने यह घोषणा यह कहते हुए की थी कि शिक्षा आभासी (वर्चुअल) मोड में जारी रहेगी। लगभग दो सप्ताह के अंतराल के बाद, राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूल 29 नवंबर को फिर से खुल गए थे।

दिल्ली में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान 13 नवंबर से बंद थे, लेकिन उन्हें सोमवार से खोल दिया गया था।

राज्य सरकार ने सोमवार को इसी तरह का फैसला लिया था, जब इसने अगले आदेश तक शहर में सभी निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। इसके अलावा, वाहनों के उत्सर्जन को कम करने के लिए दिल्ली के बाहर से गैर-सीएनजी और गैर-इलेक्ट्रिक ट्रकों का प्रवेश भी उसी तारीख को 7 दिसंबर तक प्रतिबंधित कर दिया गया था।

जबकि पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने को राजधानी में प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत बताया गया है। इसके अलावा निर्माण और विध्वंस गतिविधियों से धूल, वाहनों से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण में योगदान देता है।

सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार, गुरुवार को सुबह 9.30 बजे दिल्ली का समग्र एक्यूआई 382 था। यहां पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर क्रमश: 227 और 401 दर्ज किया गया।

दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता को लेकर जारी की गई चेतावनी पर गौर करें तो यहां 3 दिसंबर और 4 दिसंबर को हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है। बताया गया है कि 3 से 5 दिसंबर के दौरान हवाएं धीमी/शांत रहने की संभावना है। अगर हवा धीमी रहती है तो धूल और प्रदूषण के कण पर्यावरण में लंबे समय तक बने रहते हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ने की संभावना तेज हो जाती है।
 

भाषा/आईएएनएस
नई दिल्ली


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