NCR में प्रदूषण विस्फोट
सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकारों के आदेशों के बावजूद दिवाली के मौके पर एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई, जिसके कारण कई स्थानों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 999 के पार चला गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 4 नवम्बर की रात 11:00 बजे से लेकर रात 2:00 बजे तक अधिकतम क्षेत्रों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 999 के ऊपर था।
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यह आंकड़ा अपने आप में एक रिकॉर्ड है। शुक्रवार को भी लोनी का एक्यूआई 842 था। इस कारण लोगों को गले में खराश और आंखों में जलन की समस्या से जूझना पड़ा।
दिवाली के मौके पर एनसीआर में आतिशबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 4 नवम्बर को दोपहर 4 बजे तक लोनी का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 462 था और रात 7 बजे के बाद पटाखे छूटने शुरू होते ही हवा की गुणवत्ता खराब होती चली गई और रात 1:00 बजे यहां की हवा की गुणवत्ता के स्तर पीएम 2.5 और पीएम 10, दोनों ही 999 के पार हो गए। वैसे लोनी में 3 नवम्बर को भी रात 11:00 बजे यह 902 था।
दिल्ली की झिलमिल कॉलोनी में भी 4 नवंबर को रात 11:00 बजे वायु की गुणवत्ता 935 तक पहुंच गई थी जबकि 5 नवम्बर को सुबह 4:00 बजे यहां एयर क्वालिटी सूचकांक 999 रिकॉर्ड किया गया। इंदिरापुरम में भी वायु गुणवत्ता चार नवम्बर की रात 1:00 बजे से लेकर सुबह 4:00 बजे तक 999 के स्तर पर रही। इसी तरह, गाजियाबाद के संजय नगर में 4 नवम्बर की आधी रात से लेकर 5 नवम्बर की सुबह तक हवाई गुणवत्ता 999 के ऊपर रही। नोएडा के सेक्टर-1, 62 और 116 में भी शुक्रवार सुबह 5:00 बजे तक वायु गुणवत्ता 999 दर्ज की गई।
इसी तरह, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क का इंडेक्स भी 885 तक पहुंच गया था। आनंद विहार का भी यही हाल रहा। यहां भी 999 के आंकड़े को यह पार कर गया था। शुक्रवार शाम को यहां का एक्यूआई स्तर 591 आंका गया था। रोहिणी के शहीद सुखदेव कॉलेज के समीप 5 नवम्बर को दोपहर 2:00 बजे हवाई गुणवत्ता का स्तर 999 के पार था। वजीरपुर में भी यही हाल था। फरीदाबाद की हवा में भी जहर का स्तर मध्य रात्रि में 999 पार कर गया था।
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