हिंदूराव के डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठे

Last Updated 23 Oct 2020 02:52:32 AM IST

वेतन न मिलने से नाराज हिंदू राव, कस्तूरबा गांधी अस्पताल और राजन बाबू टीबी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल बृहस्पतिवार को भी जारी रही।


जंतर-मंतर पर बकाया वेतन की मांग को लेकर धरने पर बैठे हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य। फोटो : प्रेट्र

तीनों अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मी हिंदूराव में एकत्रित होकर विरोध मार्च निकाला। आरोप है कि इन्हें तीन महीने का वेतन नहीं मिला है, मरीजों को भी परेशानी हो रही है, लेकिन उत्तरी निगम किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है।

रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. अभिमन्यु सरदाना के नेतृत्व में तीनों अस्पतालों के डॉक्टरों बृहस्पतिवार को सुबह जंतर मंतर पर विरोध मार्च निकाला। इसके बाद उनके कुछ साथी अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। डा. राहिल के अनुसार वेतन न मिलने से घर चलाना मुश्किल हो गया है। कोरोना काल में लगातार दो महीने तक उन्होंने काम किया है लेकिन स्वास्थ्यकर्मिंयों के साथ ऐसा व्यवहार होगा, यह नहीं सोचा था। डा. नितिन ने बताया कि तीन महीने का वेतन बकाया होने से उनके त्योहार काले होने वाले हैं। कई लोगों ने तो एक महीने का वेतन उधारी चुकाने में ही खत्म कर दिया।

मरीजों की हालत पतली, कोरोना काल में हड़ताल जीवन पर भारी : अस्पताल में मरीजों के लिए सामान्य सेवाएं शुरू नहीं हो सकीं हैं। इससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी के अन्य अस्पतालों में भी कोरोना की वजह से पहले से ही आम मरीज इलाज को लेकर परेशान चल रहे हैं ऐसे में हफ्तेभर से 960 बेड का बड़ा अस्पताल हिंदू राव की चिकित्सीय सेवाएं ठप होने से भी सामान्य मरीजों पर असर पड़ रहा है। कु छ गर्भवती महिलाएं जिनका इलाज अस्पताल में ही हो रहा था तो उन्हें अपनी डिलीवरी की चिंता भी सता रही है।

 

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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