भाजपा, आप समाज में नफरत फैला रहे हैं : राहुल गांधी

Last Updated 05 Feb 2020 04:00:42 AM IST

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और ‘आप’ पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दिलचस्पी नौजवानों को नौकरी देने में नहीं है।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी

इसके उलट वे सत्ता में रहने के लिए एक भारतीय को दूसरे भारतीय से लड़ाना चाहते हैं।
आठ फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने कहा कि देश का मौजूदा माहौल, नफरत, हिंसा और महिलाओं पर हमले से भारत को नुकसान पहुंच रहा है और लोगों को इससे फायदा नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘ मोदी और भाजपा को इससे लाभ हो सकता है, लेकिन भारतीयों को नहीं। अगर आप विकास और रोज़गार चाहते हैं, तो आपको लोगों के दिलों से नफरत मिटानी होगी।’ गांधी ने आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी के मुद्दे से नहीं निपटने और हिंसा को बढावा देने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) हिन्दू धर्म की बात करते हैं, वे इस्लाम की बात करते हैं, वे सिख धर्म की बात करते हैं। उन्हें धर्म का कोई ज्ञान नहीं है।  जंगपुरा से कांग्रेस प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह के पक्ष में आयोजित रैली में गांधी ने कहा कि मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का यह कैसा ‘हिंदू धर्म’ है? हिंदू धर्म में सबको साथ लेकर चलने की बात है।

गांधी ने कहा कि  भाजपा और आप का मकसद समाज में नफरत फैलाना है, जो कांग्रेस ने कभी नहीं किया। उन्होंने कहा कि किसी भ्रम में न रहें। किसी भी व्यक्ति के पास जाएं और आप उसके खून में राष्ट्रवाद पाएंगे भले ही उसका धर्म कुछ भी हो या चाहे वह अमीर हो या गरीब।’ गांधी ने भीड़ से पूछा, ‘जो लोग देशभक्तों को आपस में लड़वाते हैं, क्या देशभक्त हो सकते हैं? ’’ कांग्रेस नेता ने अपने भाषणों में अर्थव्यवस्था और बेरोज़गारी के बारे में बात नहीं करने लिए मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री में ऐसा करने की हिम्मत नहीं है।

उन्हों ने कहा कि मोदी पाकिस्तान को लेकर बात करते हैं, लेकिन नौकरियां देने और अर्थव्यवस्था में सुधार की बात नहीं करते हैं। उन्होंने सालाना दो करोड़ नौकरियों का वादा करने लेकिन इस पर कुछ नहीं करने के लिए मोदी पर निशाना साधा और भाजपा की अगुवाई वाली सरकार की नोटबंदी और माल एवं सेवा कर(जीएसटी) के लिए आलोचना की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को निशाने पर लेते हुए कहा कि  वित्त मंत्री यह बताने के लिए तैयार नहीं है कि कितने युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। वह कहती हैं कि मैं नहीं बताऊंगी क्योंकि राहुल गांधी मुझसे सवाल करेंगे।’

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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