उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस को खुली छूट
जामिया नगर और सीलमपुर में हुई हिंसक घटना से सबक लेते हुए उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस को खुली छुट दी गई है।
उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस को खुली छूट |
सूत्रों की माने तो पुलिस को एक खुफिया रिपोर्ट मिली है, जिसमें कहा गया है कि सीएए कानून की आड़ में कथित उप्रदवी असामाजिक तत्व लगातार हिंसा फैलाने की ताक में है और ऐसे उपद्रवियों पर नकेल कसने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से कहा गया है। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि किसी स्थल पर प्रदर्शन के लिए भीड़ एकत्र होने की सूचना पुलिस को मिलेगी। वहां पर शांति भंग होने के अंदेशा के चलते धारा 144 लागू कर भीड़ को तितर बितर कर दिया जाएगा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार को नागरिकता कानून के विरोध में जुटने वाली भीड़ और पूर्व में हुए जामिया व सीलमपुर की हिंसक घटनाओं की आशंका को देखते हुए प्रोटेस्ट मार्च के लिए अनुमति नहीं दी गई। प्रदर्शनकारियों को लालकिले से शहीदी पार्क जाना था। प्रदर्शन के लिए निवेदन करने वालों को बताया गया इस रूट पर महत्वपूर्ण अस्पताल व शैक्षिक संस्थान तथा व्यस्त सड़क मार्ग आदि हैं। ऐसे में उन्हें प्रोटेस्ट मार्च की अनुमति नहीं मिल सकती है।
दरअसल पुलिस को खुफिया रिपोर्ट दी गई थी कि इस विरोध-प्रदशर्न की आड़ में कुछ शरारती तत्व झूठी अफवाहें फैलाकर अचानक शांति भंग करके तोड़फोड़ व हिंसा आदि कर सकते हैं। इस वजह से ही राजधानी की कानून व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई। इस तरह की खुफिया रिपोर्ट आगे होने वाले प्रदर्शनों को लेकर भी दी गई है।
इतना ही नहीं एहतियातन कदम उठाते हुए दिल्ली पुलिस ने कॉलिंग, मैसेज और इंटरनेट की सुविधाएं भी बंद करवा दी और पुलिस का स्पष्ट कहना है इसी तरह के प्रदर्शन व बवाल का माहौल बना रहा तो ऐसी स्थिति में आगे भी इंटरनेट व वॉयस कॉल आदि पर अस्थायी रोक लग सकती है। बृहस्पतिवार को पुलिस मुख्यालय में एक उच्च स्तरीय मीटिंग में पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने ब सभी रेंज व जिलों के ज्वाइंट सीपी व डीसीपी समेत प्रत्येक एसएचओ व एक एक कर्मी को प्रत्येक पल चौकन्ना रहने के आदेश देते हुए कहा है ।
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