मध्यप्रदेश : सतना में सेवा करके डॉ. राकेश मिश्र ने जीता लोगों का दिल

Last Updated 29 Feb 2024 10:21:53 AM IST

मध्यप्रदेश के सतना जिले की तस्वीर और तकदीर एकदम बदलने लगी है। राज्य के इस शहर को संवारने का श्रेय सेवाभावी, प्रतिभाशाली व्यवहारकुशल एवं शिक्षिक डा. राकेश मिश्र को जाता है। वे हमेशा से ही सतना को अपनी साधना भूमि मानकर सक्रिय रहे हैं।


सेवाभावी, प्रतिभाशाली व्यवहारकुशल एवं शिक्षिक डा. राकेश मिश्र

सतना की जनता डा. मिश्र द्वारा किये गये कार्यों से बेहद संतुष्ट और खुश हैं। उनकी सेवा भावना को देखते हुए और यहां की जनता के लिए किये कार्यों के लिए यहां की जनता उन्हें बेहद प्यार और स्नेह दे रही है।

बता दें कि उन्होंने बचपन से ही सतना में रहकर इसके कण-कण को पहचाना तथा अपने जीवन का क्षण-क्षण इसके विकास के लिए समर्पित किया। उन्होंने सतना को स्वस्थ, स्वच्छ और सशक्त बनाने के संकल्प को लेकर उसे साकार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, जिससे आज क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदलने लगी है।

उन्होंने अपनी कार्यकुशलता और सांगठनिक क्षमता से समाजसेवा को अपना ध्येय बनाया है, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रहते हुए भी उन्होंने अपने व्यक्तिगत संबंधों से सतना के विकास के लिए सदैव सक्रिय रहे हैं।

बता दें कि उन्होंने सतना में 'पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचनों का विश्लेषणात्मक अध्ययन' विषय पर Ph.D की उपाधि भी प्राप्त की है।

उन्होंने सतना के गांव-गांव का सर्वेक्षण एवं अध्ययन कर क्षेत्र के लोगों से सीधा संवाद भी किया, जो आज तक जीवंत बना हुआ है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के जन्मजात स्वयंसेवक डॉ. मिश्र में छात्र जीवन से ही समाज की सेवा और मानवता की सेवा के लिए बहुत कुछ करने और संगठन की अद्भुत क्षमता रही है।
सन् 1990 से राष्ट्रवादी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बनते हुए सतना में परिषद् को मजबूत किया।

उन्होंने ABVP के प्रांत संगठन मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, प्रांत प्रमुख एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी के रूप में 12 वर्षों तक पूर्णकालिक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में सतना एवं राष्ट्र की सेवा की।

डा. मिश्र ने वाणिज्य महाविद्यालय सतना में राजनीतिविज्ञान के प्रोफ़ेसर के रूप में जो अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी, उसे आज भी हजारों छात्र और अभिभावक याद करते हैं। राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में अनेक शोध पत्रों का प्रकाशन हो चुका है।

यही नहीं उन्होंने आई.टी.आई कालेज का सफल संचालन कर छात्रों के रोजगार भविष्य निर्माण में अविस्मरणीय योगदान दिया।

उन्होंने एक दशक से शैक्षणिक संस्थान सरस्वती आवासीय विद्यालय, सतना की प्रबंध समिति के सदस्य, एन.सी.सी. अधिकारी, पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज और अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कोर्ट सदस्य तथा नीलकंठ संकल्प समिति के सचिव के रूप में नई दिशा देकर सैकड़ों छात्रों को आई.टी.आई कराकर रोजगार प्रदान किये।

गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का अभियान

सतना में डा. मिश्र  'अपना सपना, हरा भरा सतना' अभियान चलाकर अब तक लाखों पौधों का वितरण एवं वृक्षारोपण करते हुए उसकी देखभाल के लिए ग्रीन एम्बुलेंस का संचालन नियमित कर रहे हैं।

उन्होंने सतना में पर्यावरण संरक्षण के लिए प्राइमरी और मिडिल स्कूलों को वाटर प्यूरीफायर एवं पानी की टंकियां उपलब्ध कराईं, कई गांवों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए एक लाख से अधिक कपड़े के थैले भी बांटे और ग्रामीण अंचलों में स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को प्रेरित भी किया।

उन्होंने 'नर सेवा नारायण सेवा' को चरितार्थ करते हुए ग्रामीणों के लिए अति आधुनिक सुलभ शौचालय 'इज़्ज़त घर' बनवाये।

किसानों को लाभान्वित किया

सतना के किसानों को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्होंने अच्छी गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए और जागरूकता व प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कराकर किसानों को लाभान्वित कराया। इससे  यहां के किसान आर्थिक रूप से सशक्त होने लगे।

उन्होंने सतना में स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दों पर कोरोना काल से 23 वेबिनारों में लाखों लोगों को जोड़कर जागरूक किया।

खेल प्रतिभाओं को उभारा

सतना को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए वे निरंतर सक्रिय रहे। उन्होंने यहां पर सतना हाफ मैराथन का चार बार राष्ट्रीय स्तर का आयोजन कराकर मैराथन के फलक पर सतना का नाम रोशन किया। इसमें देशभर के सभी राज्यों और जिलों के हजारों प्रतिभागियों ने हिस्सा भी लिया था। बता दें कि यह वार्षिक आयोजन काफी उपयोगी और लोकप्रिय बन चुका है। मैराथन देखने लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है। ग्रामीण क्षेत्रों में 24 प्रकार की खेल गतिविधियों को बढ़ावा देकर खेल प्रतिभाओं को उभारा।

स्वास्थ्य की देखभाल के लगाए 41 कैंप

उन्होंने क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के और उचित इलाज के लिए सतना में अब तक 41 हेल्थ कैंपों का आयोजन किया गया, जिसमें हृदय, न्यूरो, किडनी की महंगी जांच के लिए महंगे डॉक्टरों के द्वारा जांच की व्यवस्था की जाती रही है। इन शिविरों में चश्मा, कान की मशीन, तिपहिया साइकिल, व्हीलचेयर, चलने की छड़ी, प्राथमिक चिकित्सा किट, दवा आदि का भी वितरण किया गया। इन स्वास्थ्य शिविरों से अभी तक लाखों लोग लाभान्वित हो चुके हैं। हाल ही में 14 विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर सतना एवं मैहर जिले के लोगों के कान एवं नेत्र का परीक्षण किए गए। इसमें लोगों के बीच चश्मा एवं श्रवण यंत्र भी दिया गया। डॉ. राकेश मिश्र मेदान्ता हास्पिटल समेत दिल्ली के अन्य बड़े-बड़े अस्पतालों में सतना से आने वाले सैकड़ों मरीजों के इलाज में सहायता कर रहे हैं।

डा. मिश्र ने भारतीय संस्कृति और आध्यात्म के क्षेत्र में भी अनेकों कार्य किये। विभिन्न सामयिक, सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर आलेख, लेखन एवं प्रकाशन निरंतर चलता है।

शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में भी उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ते हुए अपनी राजनीतिक प्रतिभा और कुशलता का भी लाभ सतना को दिला रहे हैं।

सतना की जनता का कहना है कि कि डा. मिश्र ने क्षेत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किये हैं जिनका उन्होंने आभार व्यक्त किया।

राजनीति में भी रहे हमेशा सक्रिय

डॉ. राकेश मिश्र ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राज्य सभा सदस्य एवं सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री बाल आपटे जी के राजनीतिक सचिव के रूप में कार्य किया।

इसके बाद भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी के कार्यकारी सचिव के रूप में 2014 से देशभर में अपने कार्यों द्वारा स्थान स्थापित किया है तथा उसका उपयोग सतना के विकास में भी किया। वर्तमान में भी भाजपा मुख्यालय, नई दिल्ली में अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए भी सदैव समृद्ध, स्वस्थ्य और सशक्त सतना बनाने के लिए सक्रिय रहते हैं।

विराट व्यक्तित्व और महान कर्मयोगी पं. गणेश प्रसाद मिश्र दद्दा जी की स्मृति में 2017 में स्थापित पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष के रूप में डॉ. मिश्र ने न सिर्फ अपने पिता दद्दा जी की कृतियों को जीवंत रखा, बल्कि स्वयं की सेवाभावी स्वभाव, प्रतिभा और कुशलता से सतना के विकास में कई नये आयाम जोड़े हैं।

पं. गणेश प्रसाद मिश्र एवं शांति मिश्रा के पुत्र डॉ. राकेश मिश्र की पत्नी श्रीमती प्रमिला मिश्र (शैक्षणिक निर्देशक) हैं तो एक मात्र पुत्र संकल्प मिश्र दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं।

डॉ. राकेश मिश्र को उनके सामाजिक कार्यों को लेकर कई संस्थाओं द्वारा अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया है। हाल ही में "सोल आफ इंडिया अवार्ड 2023" हाउस ऑफ लॉर्ड्स, ब्रिटिश पार्लियामेंट, लंदन द्वारा दिया गया था।

समयलाइव डेस्क
नई दिल्ली


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