MP: उज्जैन रेप केस में 38 साल का ड्राइवर सहित 3 अन्य गिरफ्तार, बच्ची से की थी दरिंदगी

Last Updated 28 Sep 2023 12:15:07 PM IST

मध्य प्रदेश के उज्जैन में बच्ची से रेप के मामले में आरोपी ऑटो ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।


जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार ऑटो ड्राइवर की पहचान 38 साल के राकेश के रूप में हुई है। पुलिस ने साथ ही 3 अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हुई है कि पीड़िता जीवनखेड़ी इलाके से ऑटो में चढ़ी थी। वहीं ऑटो की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।

उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि नाबालिक लड़की से रेप का मामला सामने आया था। इसमें पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। इन ऑटो चालकों के बारे में पुलिस को पुख्ता तौर पर सबूत मिले थे कि इन्होंने पीड़िता को अपने ऑटो में बिठाया था। इसके अलावा एक और संदिग्ध की पुलिस को तलाश है। वहीं पुलिस पूरे मामले में चार संदिग्धों पर जांच कर रही है।

पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि "शहर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। हमने एक संदिग्ध (ऑटो चालक) से पूछताछ की है, लेकिन हम अभी तक किसी निर्णायक सबूत तक नहीं पहुंच पाए हैं।"ऑटो से जो साक्ष्य मिले हैं, उनका भी परीक्षण कराया जा रहा है। इसके अलावा आरोपियों के मकान की भी जांच की गई है। मकान के अंदर भी सबूत खंगालने की कार्रवाई की गई है।

शर्मा ने यह भी कहा कि दस्तावेज के अभाव में पीड़िता की उम्र की पुष्टि नहीं की गई है। पीड़िता इंदौर कैसे पहुंची और उसके साथ वारदात को किसने अंजाम दिया, यह अब तक पहेली बनी हुई है।

जैसा कि पीड़िता की भाषा के लहजे से पता चलता है कि वह प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) की हो सकती है, इसका पता लगाने के लिए पुलिस की एक टीम वहां भेजी गई है।

कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चला कि लड़की को सोमवार सुबह 3 बजे के आसपास स्कूल ड्रेस में घूमते हुए देखा गया था। सवाल यह पूछा जा रहा है कि अगर लड़की रात में सड़क पर घूम रही थी तो रात्रि गश्त कर रही पुलिस टीमों की नजर उस पर कैसे नहीं पड़ी?

ऐसे कई सवाल हैं जिनका पुलिस को आने वाले दिनों में जवाब देना है, जिसमें उसके माता-पिता कहां हैं और क्या उसकी मां के साथ भी बलात्कार हुआ था, जैसा कि पीड़िता ने कथित तौर पर कहा है।

पीड़िता को उज्जैन के एक पुजारी ने देखा, जिसने उसे भोजन और कपड़े दिए और पास के पुलिस स्टेशन को जानकारी दी।

आश्रम के पुजारी ने मीडियाकर्मियों को बताया, "सोमवार सुबह लगभग 9 बजे, मैं किसी काम के लिए आश्रम से बाहर जा रहा था, तभी मैंने गेट के पास लहूलुहान और अर्धनग्न लड़की को देखा। उसके शरीर से खून बह रहा था। वह बोल नहीं पा रही थी। उसकी आंखें सूजी हुई थीं। मैंने 100 नंबर पर कॉल किया। जब मैं हेल्पलाइन पर पुलिस तक नहीं पहुंच सका, तो मैंने महाकाल पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और उन्हें स्थिति के बारे में सूचित किया। पुलिस लगभग 20 मिनट में आश्रम पहुंच गई।"

दरअसल, जिले के बडनगर इलाके में 12 साल की लड़की सड़क पर खून से लथपथ पाई गई। उसे दुष्कर्म के बाद सड़क पर छोड़ दिया गया था। लड़की मदद के लिए भटकती रही। एक आश्रम के पुजारी ने पीड़िता की मदद की और अस्पताल भेजा।

इससे पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "एक एसआईटी(SIT) टीम गठित की गई है और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि रेप पीड़िता का इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताई जा रही है।

समय लाइव डेस्क/आईएएनएस
नई दिल्ली


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