शराबबंदी पर उमा भारती के तेवर तल्ख, 'ओरछा में जो घटेगा वह नजीर बनेगा'
मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर आक्रामक रुख बनाए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता उमा भारती के तेवर तल्ख बने हुए हैं और वे अपने अभियान को सफल बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार नजर आने लगी है।
![]() पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता उमा भारती |
एक तरफ जहां वे अयोध्या आंदोलन को याद कर रही हैं तो वही कह रही हैं की ओरछा में जो घटेगा वह पूरे मध्यप्रदेश के लिए उदाहरण बनेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीते दिनों बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा में एक शराब दुकान पर गोबर फेका था, तब यह दुकान बंद कर दी गई थी, मगर जब वे भाई दूज के दिन यहां पहुंची, तो दुकान खुली देखकर आग बबूला हो गई। साथ ही उन्हें अयोध्या आंदोलन की याद आ गई और उन्होंने ट्वीट कर कहा, मुझे अयोध्या बहुत याद आई, लोकसभा की दो सीटों से लेकर अयोध्या ने हमें दो बार केंद्र में अपने बहुमत से सरकार बनाने की हैसियत प्रदान की। जब ढांचा गिरा वह गैरकानूनी कृत्य माना गया, हम सब अपराधी माने गए और वहीं अंत में हमारे अपराध पर आज भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।
इतना ही नहीं उन्होंने इशारों इशारों में उग्र आंदोलन के भी संकेत दिये और अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ओरछा की यह देशी विदेशी शराब की दुकान मुझे प्रेरणा देती है कि यहां जो घटेगा वह पूरे मध्यप्रदेश के लिए उदाहरण होगा, देखते हैं क्या होता है।
ज्ञात हो कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पिछले दिनों का ऐलान कर चुके हैं कि वे सात नवंबर से घर को त्याग देंगी। वह 7 नवंबर से 14 जनवरी तक भवन में नहीं रहेंगी, इस दौरान वे चौपाल लगाएगी और टेंट में रहेंगी।
उन्होंने ऐलान किया था कि सात नवंबर से लक्ष्य प्राप्ति तक,जो बातें तय हुई हैं उस तक नई शराब नीति को नहीं देख लेते तब तक मैं घर में नहीं रहूंगी, जंगलों में रहूंगी, खुले में रहूंगी, टेंट में रहूंगी धार्मिक स्थानों पर रहूंगी।
नदी किनारे या किसी पेड़ के नीचे या अनुचित या निषिद्ध स्थान पर शराब की दुकान या अहाते के सामने टेंट लगाकर छोटी सी चौपाल लगाऊंगी।
उमा भारती पिछले दिनों शराब दुकान पर पत्थर चलाने को लेकर चर्चा में थी, उसके बाद ओरछा में शराब दुकान पर गोबर भी फेका था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रवैया पर वे पहले संतोष जता चुकी है, मगर उन्होंने एक बार फिर चेतावनी जारी की है।
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