मप्र में एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियां
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
![]() मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान |
प्रतिमा के आधार में आजाद के जन्म-स्थल भाबरा (अलीराजपुर) से लाई गई मिट्टी का उपयोग होगा। प्रतिमा स्थल को युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं युवाओं के सपनों को किसी कीमत पर मरने नहीं दूंगा। प्रदेश में एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियों में भर्ती होगी। इसकी प्रक्रिया 15 अगस्त से आरंभ हो जाएगी। साथ ही प्रतिमाह दो लाख युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा।
शहीद चंद्रशेखर आजाद की 116वीं जयंती पर रवीन्द्र भवन कन्वेंशन हॉल भोपाल में पहली राज्य स्तरीय यूथ महापंचायत के शुभारंभ-सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में युवाओं के सुझावों को शामिल करते हुए नई युवा नीति तैयार की जाएगी, जिसे स्वामी विवेकानंद की जयंती, युवा दिवस पर 12 जनवरी से लागू किया जाएगा। युवाओं की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए युवा पुरस्कार की स्थापना और राज्य युवा सलाहकार परिषद का गठन भी किया जाएगा।
प्रदेश में प्रतिवर्ष युवा पंचायत होगी। युवाओं में देशभक्ति की भावना का संचार करने के लिए युवा पंचायत के जिला स्तरीय विजेताओं को मां तुझे प्रणाम योजना में देश की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर भेजा जाएगा। सभी विभागों तथा महाविद्यालयों में युवा सेल का गठन होगा। युवा महापंचायत को यूथ फॉर आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए प्लेटफार्म के रूप में विकसित किया जाएगा। केन्द्रीय सूचना और प्रसारण, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर इस कार्यक्रम में नई दिल्ली से वर्चुअली शामिल हुए।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत के युवाओं के लिए कोई भी चुनौती बड़ी नहीं है। देश में आरंभ 102 स्टार्टअप को आज यूनिकॉन का दर्जा प्राप्त है, जो भारत के युवाओं की सामथ्र्य का प्रमाण है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में ही कोविड वैक्सीन बनाकर तथा सैन्य सामग्री में आत्म-निर्भरता की ओर आगे बढ़कर भारत ने अपनी क्षमता सिद्ध की है।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की कल्पना और विचार के परिणामस्वरूप ही यूथ महापंचायत का आयोजन संभव हो पाया। महापंचायत से वर्तमान डिजिटल युग के युवाओं को स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान से परिचित कराने और उन्हें देश-प्रदेश के इतिहास से जोड़ने का यह अभिनव प्रयास है।
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