चिकित्सा अधिकारी निलंबित, चिकित्सकों ने किया विरोध

Last Updated 04 Jul 2017 06:37:11 PM IST

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में राज्य शासन ने लखीराम अग्रवाल स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिकारी को निलंबित कर दिया है. अधिकारी के निलंबन के बाद 180 से अधिक डाक्टर और छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.


(फाइल फोटो)

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को रायगढ में बताया कि सोमवार शाम चिकित्सा शिक्षा विभाग ने चिकित्सा महाविद्यालय के संयुक्त संचालक एवं जिला चिकित्सालय के अधीक्षक आनंद मसीह लकड़ा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
           
निलंबन आदेश के अनुसार लकड़ा पर आरोप है कि कलेक्टर शम्मी आबिदी ने दो जून की रात जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया था. इस दौरान चिकित्सालय में गंदगी और अव्यवस्था पाई गई थी. वहीं लकड़ा ने मीडिया में बयानबाजी किया था.
         
दो जून को कलेक्टर आबिदी ने अचानक जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था और वहां व्याप्त गंदगी और अव्यवस्था पर नाराजगी जताई थी. कलेक्टर ने इसमें तत्काल सुधार की चेतावनी दी थी.
         
इसके दूसरे दिन मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला चिकित्सालय के अधीक्षक ए. एम. लकड़ा का मीडिया में बयान छपा कि मेडिकल कालेज से संबद्ध अस्पताल का कलेक्टर को निरीक्षण करने का अधिकार नहीं है, क्योंकि यह कालेज आटोनोमस बाडी है.
        
अधिकारियों ने बताया कि इस बयानबाजी को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने एक विस्तृत रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त को भेजा था. इसी रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत राज्य शासन ने लकड़ा को  निलंबित कर दिया.


        
इधर, मेडिकल कालेज प्रोफेसर एसोशिएशन के अध्यक्ष शोभित माने ने बताया कि 180 से अधिक डाक्टर और छात्र कल शाम से ही लकडा के एकतरफा निलंबन को रद्द कर, उन्हें पुन: बहाल करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हड़ताल के कारण आज मेडिकल कालेज की पढ़ाई प्रभावित हुई है. इस संबंध में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव को ज्ञापन भेजा गया है. लकड़ा को बहाल नहीं करने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

भाषा


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