दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय निवेशक सम्मेलन में दुनिया भर से 4500 से अधिक लोग लेंगे भाग

Last Updated 19 Jan 2017 08:10:27 PM IST

झारखंड सरकार 16-17 फरवरी को राज्य का पहला अंतरराष्ट्रीय निवेशक सम्मेलन-मोमेन्टम रांची में आयोजित कर रही है.


वित्त मंत्री अरुण जेटली (फाइल फोटो)

इसका उद्घाटन वित्त मंत्री अरुण जेटली करेंगे और इसमें देश विदेश से 4500 से अधिक निवेशकों के भाग लेने की संभावना है. झारखंड के उद्योग-सह-मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने गुरूवार को रांची एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यह राज्य में अपनी तरह का पहला निवेश सम्मेलन होगा. इसके माध्यम से राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय निवेश आकषिर्त होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में भारत के अलावा दुनिया के तमाम देशों के उद्यमी और निवेशक भाग लेंगे. 


वित्तमंत्री जेटली के अलावा इसमें वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण, शहरी विकास एवं सूचना एवं प्रसारणमंत्री वेंकैया नायडू, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उर्जा एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल, कपड़ा मंत्री स्मृति इरानी समेत अनेक अन्य केन्द्रीय मंत्री भी भाग लेंगे. इस ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने स्वयं मुख्यमंत्री रघुवर दास पिछले वर्ष सितंबर में लास वेगास गये थे जहां उन्होंने अनेक कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उन्हें राज्य में निवेश की संभावनाओं के बारे में बताया था.

बाद में वह हाल में सिंगापुर भी गये थे जहां उन्होंने अनेक उद्योगपतियों और कंपनियों से राज्य में निवेश की संभावनाओं के बारे में बातचीत की थी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात अन्य के अलावा जीई माइनिंग शिकागो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्कॉट फिलिप्स, होलिडेजबर्ग पेंसिलवानिया अमेरिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीन मैक्लानाहन और कैटरपिलर प्राइवेट लिमिटेड के बिजनेस हेड राहुल जैन से हुई थी.

झारखंड के उद्योग सचिव वर्णवाल ने बताया कि ‘मोमेन्टम झारखंड’ के लिए स्टार क्रि केटर महेन्द्र सिंह धोनी को ब्रांड एंबेस्डर बनाया गया है जिसका राज्य को लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य पहली बार झारखंड में एक साथ हजारों निवेशकों को आमंत्रित करना है और राज्य की खूबियों से उन्हें अवगत कराना है. इससे पहले राज्य में निवेशक यहां खनन और खनिजों के लिए ही आते थे लेकिन पहली बार उन्हें अन्य क्षेत्रों में भी निवेश के अवसर दिखाये जायेंगे.

उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य से राज्य में पंद्रह नयी नीतियां बनायी गयी हैं. श्रम के क्षेत्र में अनेक सुधार किये गये हैं. ईज आफ डूइंग बिजनेस में राज्य देश के प्रमुख राज्यों में सातवें स्थान पर है. यहां प्राकृतिक संसाधन और मानव संसाधन की भरमार है.

उन्होंने बताया कि सम्मेलन में नीति निर्माताओं, भारत स्थित विभिन्न देशों के उच्चायोगों एवं दूतावासों के प्रमुखों तथा बड़ी संख्या में विदेशी एवं देशी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है.

उन्होंने कहा कि राज्य का विकास दर 11 प्रतिशत है और यहां देश की खनिज संपदा का चालीस प्रतिशत है जिसे देखते हुए दुनिया में निवेश के बड़े केन्द्र के रूप में इसे विकसित करने की अपार संभावना है.

भाषा


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