छत्तीसगढ़ विधानसभा में जीएसटी विधेयक पारित
छत्तीसगढ़ विधानसभा में शुक्रवार को वस्तु एवं सेवाकर विधेयक-2017 विधिवत पारित हुआ. सदन में वाणिज्य कर मंत्री अमर अग्रवाल ने लोकसभा में पारित विधेयक को पटल पर सदन के अनुमोदन के लिए रखा, जिस पर चर्चा में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों ने भाग लिया.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में जीएसटी विधेयक पारित. |
सत्ता पक्ष की ओर से सांवला राम डहरे सहित अन्य सदस्यों ने चर्चा में भाग लेते हुए इसे एक देश की एक टैक्स प्रणाली बताते हुए कहा कि इससे देश का सर्वांगीण विकास होगा.
विधानसभा में लोकसभा द्वारा वस्तु एवं सेवाकर विधेयक को पारित करने के लिए सत्र बुलाया गया, बैठक में लोकसभा द्वारा पारित विधेयक की प्रति सदन में रखी गई. विधेयक में अनेक कंडिकाओं सहित अध्यायों में जीएसटी की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई.
प्रदेश के वाणिज्यकर मंत्री ने जीएसटी के बारे में बताया कि इसे भारत सरकार द्वारा एक जुलाई को लागू किया जाएगा, जिसके अनुपालन के लिए इसे पारित किया गया. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा इसे संविधान के 101वें संशोधन के रूप में हस्ताक्षरित कर दिया गया है. इसलिए अब राज्यों के द्वारा इसे पारित किया जा रहा है.
मंत्री अग्रवाल ने विधानसभा में कहा कि जीएसटी देश में आर्थिक सुधारों के लिए महत्वपूर्ण कदम है. इससे एक कर प्रणाली लागू होगी, जिससे व्यापार विकसित होगा. उन्होंने जीएसटी लागू कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा की.
अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने भी विधेयक पारित करने की घोषणा सदन में की.
निर्दलीय सदस्य अमित अजीत जोगी और आर.के. राय ने हालांकि जीएसटी का विरोध किया. कांग्रेस की ओर से सत्यनारायण शर्मा तथा भाजपा की ओर से सांवलाराम डहरे ने चर्चा में भाग लिया.
विधानसभा में सबसे पहले अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व सदस्य फूलचंद जैन को श्रद्धांजलि दी गई. साथ ही सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी गई.
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बस्तर में इस प्रकार के हमले नक्सली क्षेत्र में विकास के रोड़ा बन रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं नक्सली हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं." नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
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