किशनगंज में सीमांचल न्याय यात्रा पर पहुंचे एआइएमआइएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने महागठबंधन पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता देख रही है कि भाजपा की बी टीम कौन है।

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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को आरोप लगाया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा मुसलमानों की मस्जिदों और अन्य पवित्र स्थलों को उनसे ‘छीनने’ के लिए लाया गया है।
हैदराबाद से सांसद ओवैसी बिहार के किशनगंज जिले में एक रैली को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने राज्य के मुस्लिम-बहुल सीमांचल क्षेत्र में अपनी पार्टी की संभावनाओं को मजबूत करने के लिए तीन दिवसीय ‘सीमांचल न्याय यात्रा’ की शुरुआत की।
उन्होंने कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सभा में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम किसी नेक नीयत से नहीं बल्कि मस्जिद, ईदगाह और कब्रिस्तान छीनने के लिए लाया है। उन्हें एहसास नहीं है कि ये संपत्तियां अल्लाह की हैं, ना कि किसी और की हैं।’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘खुदा ने चाहा तो मोदी अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगे। मुसलमान जब तक दुनिया रहेगी, अपनी मस्जिदों में नमाज पढ़ते रहेंगे। अल्लाह में आस्था रखने वालों द्वारा पवित्र माने जाने वाले स्थान कभी भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के हाथों में नहीं जाएंगे।’
ओवैसी ने बिहार में विपक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाली राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों पर भी परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आजादी के बाद से ही देश के मुसलमान एक ऐसी पार्टी का समर्थन करते रहे हैं जो धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करती है। लंबे समय तक भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के नाम पर हमारे वोट मांगे जाते रहे हैं। लेकिन अब यह समझने का समय आ
गया है कि हम इस बोझ को अनंत काल तक कुलियों की तरह अपने कंधों पर नहीं ढो सकते।’
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ हमें अपने नौजवानों की मायूसी पर ध्यान देना होगा। हमें वह सब करना होगा जो हमारी भलाई के लिए जरूरी है। अब हम अपनी आकांक्षाओं की बलि देकर कुछ पार्टियों को सत्ता का आनंद लेने में मदद नहीं करेंगे।’’
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