बिहार की जाति आधारित गणना में ट्रांसजेंडर एक जाति के रूप में दर्शाये जाने से विवाद

Last Updated 08 Apr 2023 07:45:36 AM IST

बिहार (Bihar) में जारी जाति आधारित गणना (caste based enumeration) में ट्रांसजेंडर (transgender) को एक जाति के रूप में दर्शाये जाने से गणना को लेकर ताजा विवाद खड़ा हो गया है।


बिहार की जाति आधारित गणना में ट्रांसजेंडर एक जाति के रूप में
बिहार में जातियों की अब संख्या के रूप में कोड के आधार पर पहचान की जाएगी। प्रत्येक जाति को 15 अप्रैल से 15 मई तक जाति आधारित गणना के महीने भर चलने वाले दूसरे चरण के दौरान उपयोग के लिए एक संख्यात्मक कोड दिया गया है। 
 
विभिन्न जातियों को कुल 215 कोड आवंटित किए गए हैं और सूची में र्थड जेंडर(third gender) को भी एक जाति कोड के आवंटन के साथ एक अलग जाति माना गया है।

बिहार स्थित एक स्वयं सेवी संगठन दोस्ताना सफर (Dostana Safar) की संस्थापक सचिव रेशमा प्रसाद (Reshma Prasad) ने थर्ड जेंडर को एक अलग जाति मानने के कदम को आपराधिक कृत्य करार देते हुए शुक्रवार को कहा, ‘किसी की लैंगिक पहचान कैसे हो सकती है।
 
एक मनुष्य उसकी जाति बन जाता है। क्या पुरुष या महिला को जाति के रूप में माना जा सकता है .. इसी तरह ट्रांसजेंडर को जाति के रूप में कैसे माना जा सकता है।
 

भाषा
पटना


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