रामविलास राजनीति के बड़े हस्ताक्षर थे : नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री और लोकप्रिय राजनेता रामविलास पासवान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें राजनीति का सबसे बड़ा हस्ताक्षर बताया।
![]() बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (file photo) |
नीतीश ने गुरुवार को अपने शोक संदेश में कहा, "रामविलास पासवान भारतीय राजनीति के बड़े हस्ताक्षर थे। वे प्रखर वक्ता, लोकप्रिय राजनेता, कुशल प्रशासक, मजबूत संगठनकर्ता और बेहद मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे।"
वे पहली बार 1969 में बिहार विधानसभा के सदस्य बने। सन् 1977 में पहली बार हाजीपुर से लोकसभा के लिए चुने गए थे और उनकी यह जीत वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई थी।
मुख्यमंत्री ने रामविलास से अपने आत्मीय संबंधों की चर्चा करते हुए कहा, "उनसे हमारा काफी पुराना रिश्ता था। उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत तौर पर दुख पहुंचा है। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।"
पासवान के निधन पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी गहरा शोक जताया। उन्होंने पासवान के निधन को बिहार की राजनीति की अपूरणीय क्षति बताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की ईश्वर से प्रार्थना की है।
मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, "पासवान से उनका 30 वर्षो से ज्यादा का साथ-सम्पर्क रहा है। वे जिस भी विभाग के मंत्री रहे, अपनी अमिट छाप छोड़ी और हमेशा पूरे देश और बिहार के लिए काम किया। उनके योगदान को बिहार की जनता कभी भूल नहीं सकती।"
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