बिहार में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या में कमी दर्ज की जा रही है। इस बीच, संक्रमितों के स्वस्थ होने मरीजों की संख्या बढ़ी है, जिससे राज्य में रिकवरी रेट 83.74 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
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बिहार के लोगों के लिए यह राहत की खबर है कि एक ओर जहां पॉजिटिविटी रेट में गिरावट आई है, वहीं रिकटवरी रेट (संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर) में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
बिहार सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार द्वारा तत्परता से समुचित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण लगातार कम हो रहा है और स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, "मंगलवार तक बिहार का रिकवरी रेट 83.74 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 8 प्रतिशत अधिक है।"
इधर, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में कोरोना जांच की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को 75,385 सैंपल की जांच की गई और अब तक कुल जांच की संख्या 25 लाख 70 हजार 097 है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा, "प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, कंटेनमेंट जोन, बाढ़ राहत कैंप, सामुदायिक रसोई आदि में जांच की गति तेज की गई है।"
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो रिकवरी रेट में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। मंगलवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 83.74 फीसदी हो गई। एक दिन पूर्व यह दर 82.15 फीसदी थी, जबकि 15 अगस्त को स्वस्थ होने की दर 67.39 फीसदी थी। पिछले 10 दिनों में 16.37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 10 अगस्त को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 65.43 प्रतिशत थी, जबकि एक अगस्त को यह दर 65.08 प्रतिशत था।
इधर, पॉजिटिविटी रेट में गिरावट दर्ज की गई है। राज्य में मंगलवार को पॉजिटिविटी रेट दो प्रतिशत से नीचे लुढ़ककर 1.91 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि 20 अगस्त को पॉजिटिविटी रेट 2.27 प्रतिशत दर्ज किया गया था। 15 अगस्त को राज्य में 1,13,498 नमूनों की कोरोना जांच की गई थी, जिसमें से 3,536 लोगों को पॉजिटिव पाया गया था। उस दिन पॉजिटिविटी रेट 3.1 प्रतिशत दर्ज किया गया था। 31 जुलाई को राज्य में पॉजिटिविटी रेट 13.1 फीसदी दर्ज की गई थी।
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