मुख्यमंत्री नीतीश ने शरद यादव को दी चुनौती, दम है तो जदयू तोड़कर दिखाएं
मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शनिवार को शरद यादव को चुनौती दी कि अगर दम है तो पार्टी को तोड़कर दिखाएं.
जदयू नेता शरद यादव एवं जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार (फाइल फोटो) |
पटना जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद नीतीश काफी आक्रामक तेवर में नजर आए.
उन्होंने लालू यादव के परिवारवाद पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जनादेश न्याय के साथ बिहार में सरकार चलाने के लिए था, न कि पिछलग्गू बनकर दूसरों के कुकर्म को ढोने के लिए.
नीतीश ने शरद यादव को पार्टी तोड़ने की चुनौती देते हुए कहा, ‘पार्टी को तोड़ने के लिए दो तिहाई बहुमत जरूरी होता है.
यदि उनके पास बहुमत है तो वे साबित करें. शरद यादव जो चाहें, वह करें, इसके लिए वह स्वतंत्र हैं. लेकिन उनसे कुछ होने वाला नहीं है.
सभी को दिख रहा है कि 71 विधायक और 30 विधान पाषर्द, दो लोकसभा सदस्य सब हमारे साथ हैं.’ शरद पर तंज कसते हुए नीतीश ने कहा कि जिनको भाजपा के वोट से राज्यसभा पहुंचाये थे, वो आज हमारे खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. क्या इन्हीं लोगों के बल पर जदयू को तोड़ेंगे.
चार साल बाद एनडीए में : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के चार साल बाद एनडीए में शामिल होने के फैसले पर मुहर लगा दी गई.
शरद की जनअदालत का फैसला, महागठबंधन जारी रहेगा
शरद यादव ने यहां जन अदालत का आयोजन किया जिसमें कांग्रेस, राजद और जदयू का महागठबंधन जारी रखने का फैसला किया गया. इस अवसर पर उन्होंने नाम लिये बगैर नीतीश को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘हमने बनाया था घर उसको भी लोग कह रहे हैं कि आपका घर नहीं.’
नीतीश-शरद समर्थक भिड़े
मुख्यमंत्री आवास पर जदयू की बैठक के बीच शरद समर्थक वहां पहुंच गए. उन्होंने नीतीश के आवास के बाहर नारेबाजी की. इस दौरान दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच मारपीट हो गई.
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