अमित शाह ने दिए चुनाव जीतने के मंत्र
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनावों के मद्देनजर मंगलवार को प्रदेश भाजपा के नेताओं को चुनाव जीतने का मंत्र बताया.
![]() भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो) |
आने वाले दिनों मे भाजपा के इन नेताओं को शाह के पढ़ाए पाठ को आत्मसात कर उसे दिल्ली में जमीनी हकीकत में तब्दील करने के निर्देश दिए गए हैं. दिल्ली के नेताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 10 हजार बूथ जीतने का लक्ष्य दिया है.
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली भाजपा के सभी वरिष्ठों को 400 वार्ड स्तर तक के कार्यकर्ताओं से बात करके एक प्रोफार्मा भरवा कर 10 दिन के अन्दर उसे जमा करना होगा. इसका कम्प्यूटर से विवेचना करके यह निश्चित किया जाएगा कि कौन सांसद और कौन मंत्री किस स्थान पर प्रचार को जाएगा.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 50 फीसद लोगों को डोर टु डोर संपर्क किया जाएगा. हर वार्ड से 10-10 प्वाइंट ऐसे छांटने होंगे जो जिन समस्याओं से स्थानीय जनता परेशान रहती है. उनका समाधान भी खोजना होगा. दिल्ली के 2400 सक्रिय सदस्यों को प्रति व्यक्ति 100 सदस्य बनाने होंगे.
शाह ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में दिल्ली प्रदेश के नेताओं की एक बैठक बुलाई थी. सूत्रों के मुताबिक सांसदों, विधायकों, जिलाध्यक्षों व पदाधिकारियों समेत इसमें प्रदेश भाजपा के लगभग 150 नेताओं ने शिरकत की. शाह ने सभी नेताओं से मुलाकात कर उन्हें काम की जिम्मेदारी भी समझाई.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में शाह ने बूथ स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया और नेताओें को इस बारे में अपनी दृष्टि से अवगत कराया. जीत के मंत्रों में प्रत्येक बूथ को गोद लेना, 2800 शक्ति केंद्र स्थापित करना, जिला प्रभारियों और जिले के पदाधिकारियों के कार्यक्रम सुनिश्चित करना शामिल है.
इसके अलावां स्थानीय समस्याओं की एक सूची तैयार कर उनके समाधान के लिए पार्टी स्तर पर एक तंत्र बनाना शामिल है. शाह ने 2800 शक्ति केंद्र पालकों की अविलम्ब नियुक्ति की बात कही जो सीधे राष्ट्रीय अध्यक्ष के संपर्क में रहेंगे. इसके अलावा प्रत्येक सक्रिय सदस्य एक-एक बूथ गोद लेने की भी बात कही गई. ये लोग हर बूथ पर 10 कार्यकर्ताओं की टीम बनाएंगे जो बूथ के मतदाताओं के पास जाएगी और उनसे बातचीत के आधार पर स्थानीय मुद्दों की सूची तैयार करेगी. यह टीम सदस्यता अभियान में भी शामिल रहेगी.
सूत्रों ने बताया कि जिला प्रभारियों को महीने में कम से कम 20 दिन संबंधित जिले में बिताने को कहा गया है. जिले के प्रभारियों के अलावा जिलों के पदाधिकारी महीने में कम से कम 20 दिन बूथों पर बिताएंगे. इसके अलावा पार्टी का राज्य व जिला स्तरीय शिकायत प्रकोष्ठ गठन करने का भी निर्देश दिया है ताकि लोगों की अधिक से अधिक समस्याओं से संगठन के लोग अवगत हो सकें.
Tweet![]() |