खनिज पदार्थों की खोज के लिए 339 सर्वेक्षण परमि
Last Updated 19 Jan 2010 07:54:10 PM IST
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नयी दिल्ली। पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों सहित देश में खनिज पदार्थों की खोज के लिए हवाई सर्वेक्षण किया जा रहा है। अब तक 4,66,556 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 339 सर्वेक्षण परमिट जारी किए गए हैं जिनमें से 27 सर्वेक्षण परमिटों में हवाई सर्वेक्षण किए गए हैं।
केंद्रीय खान और खनिज मंत्रालय के अनुसार भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण को बेहतर तरीके से सर्वेक्षण के लिए 52 करोड़ रुपये की लागत वाली (हेलीकॉप्टर और सेंसर) नई विमान आधारित प्रणाली से सुसज्जित किया गया है।
इसके अलावा समुद्र तटीय क्षेत्रों के आसपास के क्षेत्रों में समुद्री सर्वेक्षण के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ नए गहरे समुद्र वाली प्रणाली खरीदी जा रही है। इससे भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण को समुद्र तटों के आसपास संसाधनों के उत्खनन में मदद मिलेगी।
सर्वेक्षण के दौरान भौगोलिक क्षेत्र का विमान से सर्वेक्षण, भू-भौतिकीय, भू-रासायनिक और भौगोलिक सर्वेक्षण किए जा रहे हैं। इसके बाद उपयुक्त स्थानों पर खुदाई कराई जा रही है।
इसके अलावा भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण के प्रकोष्ठ एयर बोर्न खनिज सर्वेक्षण एवं उत्खनन ने भी हवाई सर्वेक्षण किए हैं। एयर बोर्न खनिज सर्वेक्षण एवं उत्खनन की शुरुआत 1965 में हुई थी।
भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण को बेसलाइन सर्वेक्षण डाटा सृजन, प्राकृतिक संसाधन निर्धारण, भू-सूचना विज्ञान, बुनियादी और बहु-विषयी भू-विज्ञान एवं विशेष अध्ययन, प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण नामक पांच मिशनों के रूप में पुनर्गठित किया गया है।
खनिज संसाधनों के लिए भौगोलिक रूप से अनुकूल क्षेत्रों में कुल 421,917 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र निर्धारित किया गया है, जिसमें ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र शामिल हैं।
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