इस बार जनता चुनाव लड़ रही है : मोदी

Last Updated 13 May 2019 12:41:21 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि यह चुनाव सरकार को दोबारा सत्ता में लाने के लिए जनता लड़ रही है, जबकि आम तौर पर जनता सरकार को हटाने के लिए खड़ी होती है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (file photo)

मोदी ने इंदौर और खंडवा में जनसभाओं को संबोधित किया, और कहा, "जनता की आवाज सुनकर कई नेताओं की नींद उड़ गई है, बौखला गए हैं। 2014 का चुनाव सत्ता विरोधी लहर पर आधारित था, यह चुनाव सत्ता के पक्ष चल रही लहर पर आधारित है। पिछले चुनाव में भ्रष्टाचार, वंशवाद, पॉलिसी पैरालिसिस के खिलाफ आक्रोश चरम पर था, इस बार सरकार के प्रति विश्वास चरम पर है। 2019 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी नहीं, भारतीय जनता लड़ रही है और 130 करोड़ भारतीय उसका नेतृत्व कर रहे हैं।"

मोदी ने इंदौर के स्वच्छता अभियान और सुमित्रा महाजन की प्रशंसा की। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "विधानसभा चुनाव में नामदार ने मोबाइल फैक्ट्रियां खोलने की बात कही थी, लेकिन अब कांग्रेस के घोषणा-पत्र में इसका उल्लेख तक नहीं है। ये कांग्रेस की आदत है, उसका अहंकार है।"



उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अहंकार 'हुआ तो हुआ' इन तीन शब्दों से प्रकट होता है, जो उसकी पहचान भी है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने कर्ज माफ करने की बात कही थी, अब किसानों के घर पर पुलिस आ रही है और नया कर्ज नहीं मिल रहा। ये कहते हैं 'हुआ तो हुआ'।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेसी सोचते हैं कि किसको समझ आएगा, लेकिन मैं कहता हूं कि ये 21वीं शताब्दी है और चार साल का बच्चा भी सब समझता है।

मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, "वंशवाद से पार्टी की कमान तो मिल सकती है, लेकिन सोच और विजन नहीं मिलता। जब विजन और ट्रैक रिकॉर्ड न हो, तो झूठ फैलाना पड़ता है। कांग्रेस हमारी रक्षा नीति पर चर्चा ही नहीं करना चाहती। वह कहती है कि मोदी आतंकवाद का मुद्दा क्यों उठाता है।"

मोदी ने कहा, "2014 के पहले एक साथ दो आयोजन करने में सरकार की नींद उड़ जाती थी। इसीलिए 2009 और 2014 में आईपीएल देश के बाहर हुआ था। 2019 में चुनाव भी हो रहा है और आईपीएल भी हो रहा है, त्योहार भी आ रहे हैं, रमजान भी चल रहा है। अभी फानी चक्रवात आया, 12 लाख लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। यह भी चुनाव के दौरान किया गया।"

खंडवा के छैगांव माखन में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने आपातकाल से लेकर भोपाल गैस त्रासदी तक का जिक्र किया और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने बगैर नाम लिए सैम पित्रोदा के 'हुआ तो हुआ' बयान का बार-बार जिक्र किया।

उन्होंने कांग्रेस पर दवाब की राजनीति करने का आरोप लगाया और आपातकाल की याद दिलाते हुए कहा कि खंडवा के सपूत किशोर कुमार के गानों का रेडियो से प्रसारण इसलिए बंद कर दिया गया था, क्योंकि वह आपातकाल के दवाब में नहीं आए थे।

मोदी ने खंडवा में जन्मे पाश्र्वगायक किशोर कुमार को याद करते हुए कहा, "देश के मशहूर गायक किशोर कुमार का जब भी नाम आता था, लोग खंडवा का जिक्र जरूर करते थे। आपातकाल के दौरान वह दवाब में नहीं आए, आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने देश को जेलखाना बना दिया था। उनको मंजूर नहीं था, बदले में रेडियो पर उनके गानों पर रोक लगा दी थी, तब टीवी नहीं था। अगर कांग्रेस के लोगों से किशोर कुमार के गानों पर रोक लगाए जाने को लेकर अब सवाल पूछोगे तो जवाब मिलेगा, 'हुआ तो हुआ'।"

उन्होंने कहा, "भोपाल में हजारों लोगों को जहरीली गैस के हवाले कर दिया गया, कई पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया गया, इस कांड के गुनहगार को सरकारी विमान से ले जाया गया। अगर उनसे पूछोगे कि हजारों लोगों को मरवा दिया तो यही कहेंगे, 'हुआ तो हुआ'। लोग मरे तो मरे, इनको तो इससे कोई लेना-देना ही नहीं है।"

उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 से पहले इनकी नीतियों और तुष्टिकरण के कारण आतंकवाद ने हजारों जानें ले लीं, और आज ये कह रहे हैं कि 'हुआ तो हुआ'।

ज्ञात हो कि 1984 के सिख दंगों में हजारों लोग मारे गए थे। इस घटना को लेकर सैम पित्रोदा का एक बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'हुआ तो हुआ'। बाद में हालांकि पित्रोदा ने इसके लिए माफी मांग ली थी।

मोदी ने भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिह का नाम लिए बगैर कहा, "जब पाकिस्तान के आतंकवादी हमला करते थे तो निर्दोषों को जेल में ठूस देते थे। हिदू आतंकवाद का कुतर्क गढ़ने के लिए हमारी महान परंपरा को बदनाम करने का गंभीर षड्यंत्र और वह भी सिर्फ वोट और वोट बैंक की राजनीति के लिए करते थे। उसी का जवाब उन्हें मिल रहा है, चाहे जितने भी हवन करा दें, कितने भी जनेऊ दिखा दें, भगवा ड्रेस भी सिलवा लें, लेकिन भगवा पर आतंक के जो दाग लगाने की जो कोशिश की है, साजिश की है, उस पाप से कांग्रेस और महामिलावटी नहीं बच पाएंगे।"

मोदी ने कांग्रेस को खोटी नियत का बताया और इस पार्टी से सतर्क रहने को कहा। उन्होंने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "किसानों का 10 दिनों में कर्ज माफ करने का वादा किया गया था। यहां ढाई सीएम हैं, प्रशासन को पता ही नहीं चलता कि किसका आदेश मानना है। उद्योग के नाम पर तबादला उद्योग चल रहा है।"

आईएएनएस
इंदौर/खंडवा


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